बुलंदशहर : शादीशुदा निकली दुष्कर्म पीड़िता, दर्ज कराया था झूठा मुकदमा, हो सकता है केस
युवती का कहना था कि दारोगा राजबहादुर सिंह राठी ने उसका मेडिकल नहीं कराया और उस पर अपनी बात मनवाने का दबाव डाल रहा था। हालांकि जांच में दारोगा निर्दोष पाए गए।
बुलंदशहर, जेएनएन। दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली युवती का अपहरण नहीं हुआ था, बल्कि वह अपनी मर्जी से युवक के साथ गई थी और उससे कोर्ट मैरिज भी कर ली थी। इस संबंध में आरोपित युवक ने पुलिस को शादी का सर्टिफिकेट भी दिया है। अब एसएसपी का कहना है कि दुष्कर्म पीड़िता के खिलाफ पुख्ता सबूत मिलते ही मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा।
बता दें कि गत दिनों ककोड़ थानाक्षेत्र के एक गांव निवासी युवती ने हरियाणा के पलवल निवासी युवक सुरेंद्र पर अगवा कर दुष्कर्म करने और अपने ही गांव की दो सगी नाबालिग बहनों पर अपहरण में सहयोग करने का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने जब सुरेंद्र को हिरासत में लिया तो पूरे प्रकरण से पर्दा उठ गया। सुरेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसकी फेसबुक पर युवती से दोस्ती हुई थी। युवती ने ही उसे बुलाया था और उसके साथ गई। दोनों ने शादी भी कर ली है। युवक ने पुलिस को शादी का सर्टिफिकेट भी दिया है। सुरेंद्र का कहना है कि लड़की ने पुलिस को अपने बयानों में भी शादी की बात भी बताई थी, लेकिन बाद में उसने इन्कार कर दिया था।
दारोगा पर लगाए थे गंभीर आरोप
युवती का कहना था कि दारोगा राजबहादुर सिंह राठी ने उसका मेडिकल नहीं कराया और उस पर अपनी बात मनवाने का दबाव डाल रहा था। हालांकि जांच में दारोगा निर्दोष पाए गए, लेकिन विवेचना में लापरवाही करने पर एसएसपी ने दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया था।
50 हजार मांगने का भी आरोप
मुकदमे में नामजद हुई नाबालिग दो बहनों ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि युवती ने उनसे 50 हजार रुपये मांगे थे। नहीं देने पर धमकी दी थी कि वह मुकदमे में उन्हें भी नामजद कराएगी।
अधिकारी का क्या है कहना
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। यदि लड़की ने पुलिस को गुमराह कर झूठा मुकदमा दर्ज कराया है तो उस पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।