शामली में रिमांड पर लिए पीएफआइ कार्यकर्ता ने उगले राज, बैंक खाते में बाहर से आया था पैसा
फेसबुक पर भड़काऊ पोस्ट डालने के आरोप में जेल भेजे गए पीएफआइ के कार्यकर्ता डॉ. सरवर को कोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद आठ घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड लिया गया।
शामली, जेएनएन। फेसबुक पर भड़काऊ पोस्ट डालने के आरोप में जेल भेजे गए पीएफआइ (पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया) के कार्यकर्ता डॉ. सरवर को कोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद आठ घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड लिया गया। इस दौरान आरोपित से सीओ व खुफिया विभाग की टीम ने कोतवाली में पूछताछ की। खुफिया सूत्र बताते हैं कि आरोपित ने पूछताछ के दौरान कई राज उगले हैं। उसके बैंक खाते में बाहर से एक-डेढ लाख रुपये भी भेजे गए थे, जिन्हें बकरीद के मौके पर क्षेत्र में बांटा गया था।
कैराना पुलिस ने नौ अगस्त को क्षेत्र के गांव गोगवान निवासी डॉ. सरवर अली को गिरफ्तार किया था। उस पर अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने के विरोध में दंगा भड़काने के उद्देश्य से फेसबुक पर भड़काऊ पोस्ट डालने का आरोप था। आरोपित पीएफआइ्र से जुड़ा हुआ बताया जा रहा था। पुलिस ने आरोपित को जेल भेज दिया था। इसके बाद पुलिस ने सक्षम न्यायालय में आरोपित के पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया था। कोर्ट से पुलिस को आरोपित के आठ घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड की मंजूरी मिली।
गुरुवार को मुजफ्फरनगर जिला कारागार से आरोपित सरवर को पुलिस द्वारा रिमांड पर लिया गया। इस दौरान कोतवाली में सीओ प्रदीप सिंह व खुफिया विभाग की टीम द्वारा पूछताछ की गई। सूत्रों के मुताबिक आरोपित ने पीएफआइ से जुड़ा होने की बात स्वीकारी है। उसने हरियाणा के पानीपत में दवाइयों की एजेंसी ले रखी है। आरोपित ने यह भी बताया कि उसके बैंक खाते में बाहर से एक-डेढ लाख रूपये आए थे, जिसे बकरीद के मौके पर आसपास क्षेत्र के गांवों में बांट दिया गया था। हालांकि यह पैसा मवेशियों की कुर्बानी देने के लिए बांटने की बात कही गई है। उधर, कोतवाली पर तैनात वरिष्ठ उपनिरीक्षक मो. नफीस ने बताया कि सरवर को आठ घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया गया था। इस दौरान उससे पूछताछ की गई। रिमांड अवधि पूर्ण होने के बाद आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे पुन: जेल भेज दिया गया है।
इस मामले में गया था जेल
आदर्शमंडी थानाक्षेत्र के आदर्श विहार कॉलोनी निवासी अर्जुन गौतम ने हिमांशु शर्मा के साथ कोतवाली पहुंचकर मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें उक्त सरवर अली पुत्र अब्बास उर्फ बासा निवासी गांव गोगवान को नामजद किया गया, जिस पर अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने के विरोध में दो संप्रदायों के बीच वैमन्सयता, शत्रुता व दंगा भड़काने के उद्देश्य से फेसबुक पर भड़काऊ पोस्ट डालने का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था।