लॉकडाउन के दौरान राशन और भोजन के लिए लोग परेशान, नहीं मिल रही मदद Meerut News
जिला प्रशासन भले ही जरूरतमंदों को भोजन पहुंचाने के दावे कर रहा है लेकिन बहुत से जरूरतमंद इससे वंचित हैं। जरूरतमंद जागरण में प्रकाशित मोबाइल नंबर पर कॉल कर पीड़ा बयां कर रहे हैं।
मेरठ, जेएनएन। Lockdown जिला प्रशासन भले ही जरूरतमंदों को भोजन पहुंचाने के दावे कर रहा है, लेकिन बहुत से जरूरतमंद इससे वंचित हैं। यह हम नहीं कह रहे, बल्कि जरूरतमंद दैनिक जागरण में प्रकाशित मोबाइल नंबर पर कॉल कर अपनी पीड़ा बयां कर रहे हैं। जरूरतमंदों का कहना है कि हेल्पलाइन नंबर पर जानकारी देने के बाद भी उन तक मदद नहीं पहुंच पा रही है।
कॉल पर नहीं हो रही सुनवाई
नई बस्ती की रहने वाली मीना ने शिकायत की कि उनके यहां राशन समाप्त हो गया है। होम डिलीवरी की बात प्रशासन ने की थी। 112 हेल्पलाइन नंबर पर कई बार कॉल की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मोहकमपुर के मोहित ने कहा कि राशन की जरूरत है। यहीं के लवकुश का दर्द भी यही है कि उन्हें राशन उपलब्ध नहीं हो रहा है। तेजगढ़ी की शारदा का कहना है कि आटा खत्म हो गया है।
अब भोजन आना बंद
होम डिलीवरी के लिए हेल्पलाइन नंबर पर बात की पर कोई जवाब नहीं मिला। खैरनगर की किरण और जाग्रति विहार के संजय कुमार के यहां भी राशन की दिक्कत है। प्रवेश विहार के रामवीर, गजेंद्र ने बताया कि गुरुद्वारा से प्रतिदिन दोनों समय भोजन आ जाता था, लेकिन अब यहां से भी भोजन आना बंद हो गया है। पता चला है कि अब जिला प्रशासन मुहैया कराएगा, लेकिन हेल्पलाइन नंबर पर कोई कॉल ही नहीं उठाता है।
न उठा कचरा न सैनिटाइजेशन
जयभीम नगर के हिमांशु ने बताया कि उनके क्षेत्र में आज तक सैनिटाइजेशन नहीं हुआ है। सफाई निरीक्षक और पार्षद से कई बार कह चुके हैं। पल्लवपुरम की गीता ने शिकायत की है कि नगर निगम की कचरा गाड़ी उनके मोहल्ले में नहीं आती है। शास्त्रीनगर सेक्टर आठ की रणजीत कौर ने बताया कि कोरोना संक्रमण का खतरा है। इसके बावजूद उनके मोहल्ले में एक भी दिन सैनिटाइजेशन नहीं हुआ है।