Mission Examination: फिजिक्स में थ्योरी और न्यूमेरिकल पर दें ज्यादा ध्यान Meerut News
विज्ञान विषयों को लेकर पढ़ाई करने वाले पीसीएम और पीसीबी दोनों तरह के छात्रों के लिए फिजिक्स का पेपर महत्वपूर्ण होता है। फिजिक्स में थ्योरी और न्यूमेरिकल पर ज्यादा फोकस जरूरी है।
मेरठ,जेएनएन। Mission Examination 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा छात्र-छात्राओं के लिए आगे की पढ़ाई का रास्ता भी तय करती है। अच्छे अंक आए तो मनचाहे कॉलेज में दाखिला मिलता है और मनपसंद विषय भी लेकर पढ़ सकते हैं। इसीलिए परीक्षार्थी 12वीं की बोर्ड परीक्षा में पूरा जोर लगाने की कोशिश करते हैं।
फिजिक्स का पेपर अहम
विज्ञान विषयों को लेकर पढ़ाई करने वाले पीसीएम और पीसीबी दोनों तरह के छात्रों के लिए फिजिक्स का पेपर महत्वपूर्ण होता है। मेडिकल व इंजीनियरिंग, दोनों फील्ड के छात्रों के लिए फिजिक्स बेहद महत्वपूर्ण विषय है। अब यूपी बोर्ड और सीआइएससीई की 12वीं बोर्ड परीक्षा का सिलेबस भी एनसीईआरटी का हो गया है। ऐसे में तीनों ही बोर्ड के परीक्षार्थियों को तकरीबन एक ही सिलेबस पढ़ना पड़ता है। तीनों के पैटर्न में थोड़ा बदलाव जरूर हा सकता है।
डेरीवेशन का हर स्टेप समझें
सेंट मेरीज एकेडमी की शिक्षिका सीमा सिंघल के अनुसार फिजिक्स के पेपर में थ्योरी और प्रैक्टिकल का समावेश होता है, इसलिए अभ्यर्थियों को पढ़ने के साथ ही नियमों के प्रयोग की बारीक जानकारी का होना भी जरूरी है। निर्धारित सिलेबस को ध्यान से पढ़ लेना चाहिए और उसी के अनुरूप तैयारी करते रहें। परीक्षार्थी स्टेप बाई स्टेप डेरीवेशन सीखें और हर स्टेप के पीछे के लॉजिक को समङों। उनके साथ जरूरी डायग्राम जोड़ना न भूलें। प्रश्नों के साथ ही चित्र, ग्राफ और सर्किट डायग्राम बनाने का अभ्यास खूब करें। प्रश्नपत्र हल करते समय सरल व छोटे डेरीवेशन पर ध्यान दें। पेपर में दिए गए डाटा को चिन्हित करें और उसी के अनुरूप जवाब लिखने के स्टेप तैयार करें। अंतिम रिजल्ट के यूनिट और रे-डायग्राम में ऐरो कतई न छोड़ें।
इक्वेशन का करें अभ्यास
दीवान पब्लिक स्कूल में फिजिक्स के वरिष्ठ शिक्षक पीएस चौहान के अनुसार फिजिक्स में परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए फिजिकल कांस्टैंट्स दिए जाते हैं। इनका इस्तेमाल विभिन्न प्रश्नों में करना होता है। परीक्षार्थियों को इक्वेशनों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। पेपर की शुरुआत ही इक्वेशन के प्रश्नों से हो सकती है। इसलिए सभी इक्वेशन भलीभांति तैयार रहने चाहिए। इन्हें रटने की बजाय इनका इस्तेमाल कर प्रश्नों को हल करने की आदत बनाएं। जितना अच्छा अभ्यास होगा परीक्षा में उतनी ही आसानी होगी। साथ ही थ्योरम पर भी पूरी मेहनत करें। इससे जुड़ा प्रश्न भी लगभग हर साल ही पूछा जाता है। थ्योरी के साथ प्रैक्टिकल को मिक्स करने की बजाय अलग-अलग पेज का इस्तेमाल करें। प्रैक्टिकल प्रश्नों के उत्तर अधिक साफ होने चाहिए। न्यूमेरिकल में ओवर राइटिंग करने से बचें। परीक्षार्थी डायग्राम व इलेक्टिक सर्किट बनाने के लिए एचबी पेंसिल का इस्तेमाल करें। इससे गलती होने पर सुधारने में सुविधा रहती है।
बदलावों को ध्यान में रखें परीक्षार्थी
डीएन इंटर कॉलेज के विज्ञान शिक्षक डा. युवराज शर्मा के अनुसार यूपी बोर्ड की ओर से इस साल फिजिक्स के पेपर में कुछ बदलाव किए गए हैं जिन्हें ध्यान में रखते हुए ही परीक्षार्थियों को तैयारी करनी चाहिए। अधिकतर स्कूलों में बच्चों को बदलाव से अवगत कराया जा चुका है। इस साल के पेपर में अंतिम यूनिट की संचार व्यवस्था को सिलेबस से बाहर किया गया है। इससे प्रश्न नहीं पूछे जाएंगे। इसी तरह साइक्लोट्रोन टॉपिक भी सिलेबस में नहीं है। इसलिए इन ¨बदुओं को पढ़ने में समय नष्ट न करें। मॉडल पेपर का नियमित अभ्यास करते रहें, जिससे बोर्ड परीक्षा पेपर को हल करने का डर खत्म हो जाए और अभ्यास भी बना रहे। थ्योरी और न्यूमेरिकल को रेगुलर पढ़ते व अभ्यास करते रहें। अंतिम प्रश्न दीर्घ उत्तरीय पांच-पांच अंक के होंगे, जिनमें च्वाइस भी होगी। च्वाइस का चयन संभलकर करें।
एलआइयू की निगरानी में रहेंगे परीक्षा केंद्र
यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस साल पहली बार हर परीक्षा केंद्र पर एलआइयू की निगरानी रहेगी। जिले में सभी 101 परीक्षा केंद्र से संबंधि रिपोर्ट और सक्रिय नकलचियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति खुफिया विभाग द्वारा दी जाएगी। शनिवार को वीडियो कांफरेंसिंग में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप-मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने जिले के डीएम, एसएसपी और शिक्षा विभाग को यह निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही हर परीक्षा केंद्र पर फस्र्ट एड बॉक्स भी रखे जाने को कहा गया है। यह बॉक्स स्कूलों में रखे गए पूर्व के फर्स्ट एड बॉक्स से अलग होंगे। स्कूलों के प्रबंधक परीक्षा के दौरान केंद्रों से 100 मीटर की दूरी पर ही रहेंगे।
कर ली गई है पूरी तैयारी
स्कूल परिसर में यदि कोई प्रधानाचार्य व प्रबंधक का आवास है तो उसे खाली कराया जाएगा। सचल दस्ते में साफ छवि वाले शिक्षकों को ही शामिल किया जाएगा। कंट्रोल रूम में ड्यूटी पर लगाए जाने वाले लोगों की ट्रेनिंग होगी। स्कूलों के टॉयलेट नियमित रूप से साफ किए जाएंगे। परीक्षा केंद्रों के आस-पास परीक्षा से एक घंटे पहले और एक घंटे बाद तक लाउडस्पीकर बजाना प्रतिबंधित रहेगा। परीक्षा केंद्रों में स्मार्ट फोन पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा। शिक्षकों को भी स्मार्ट फोन ले जाने की अनुमति नहीं मिलेगी। इसके साथ ही परीक्षा के दौरान पेपर लीक होने, खराब होने आदि अफवाहों को रोकने की कोशिश होगा और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सभी परीक्षा केंद्रों को वीडियो रिकॉर्डिग की फुटेज एक सप्ताह तक रखना होगा।