तालाब के किनारे मिले आठ चमगादड़ों के शव, ग्रामीणों में दहशत Meerut News
परतापुर क्षेत्र के महरौली गांव में विभागीय टीम ने सैंपल ले लिया है। हालाकि मौत की वजह नहीं पता चल पाई है। आसपास के लोगों में दहशत का माहौल है।
मेरठ, जेएनएन। परतापुर क्षेत्र के महरौली गांव के तालाब में आठ चमगादड़ों के शव मिले हैं। सामान्य से बड़े आकार के चमगादड़ मिलने से ग्रामीणों में दहशत है। इनकी मौत की वजह पता नहीं चल पाई है। वन विभाग की टीम ने चमगादड़ों का सैंपल जांच के लिए भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ), बरेली भेज दिया।
यह है मामला
चीन में चमगादड़ों से कोरोना वायरस फैला था, इसे लेकर दुनियाभर में दहशत है। वैज्ञानिकों के मुताबिक इन जीवों में सौ से ज्यादा प्रकार के वायरस पाए जाते हैं। बुधवार सुबह मेहरौली गांव में हड़कंप मच गया। एक तालाब में लगातार दूसरे दिन मरे हुए चमगादड़ मिलने पर प्रधान गंगाराम ने वन विभाग, पुलिस एवं पशु चिकित्सकों को फोन किया। प्रशासन की टीम बुधवार सुबह गांव में पहुंची। प्रधान ने बताया कि मंगलवार को पांच, और बुधवार को तीन चमगादड़ एक तालाब में मरे हुए मिले। सभी मृत पक्षियों को दफना दिया गया है। विशेषज्ञों ने माना कि ये चमगादड़ भारतीय प्रजातियों से करीब दोगुना बड़े हैं।
गत दिनों गाजियाबाद और दिल्ली के आसपास भी बड़े आकार वाले चमगादड़ मिले थे। पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अजय सिंह ने आशंका जाहिर की है कि इनका शिकार करके यहां फेंका गया है। डीएफओ अदिति शर्मा का कहना है कि भयभीत होने की जरूरत नहीं है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च भी बता चुका है कि यूपी में चमगादड़ों की कोई प्रजाति कोरोना फैलाने वाली नहीं है। फल खाने वाले चमगादड़ सामान्य चमगादड़ों से काफी बड़े होते हैं।