विस्फोट प्रकरण में चौकी इंचार्ज और सिपाही लाइन हाजिर, दीवान निलंबित
विस्फोट प्रकरण में चौकी इंचार्ज और सिपाही लाइन हाजिर दीवान निलंबित फलावदा के रसूलपुर में मकान में हुए विस्फोट मामले में लापरवाही सामने आने पर एसएसपी अजय साहनी ने महलका चौकी इंचार्ज व एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया।
मेरठ, जेएनएन। विस्फोट प्रकरण में चौकी इंचार्ज और सिपाही लाइन हाजिर, दीवान निलंबित फलावदा के रसूलपुर में मकान में हुए विस्फोट मामले में लापरवाही सामने आने पर एसएसपी अजय साहनी ने महलका चौकी इंचार्ज व एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया। बीट हेडकांस्टेबल (दीवान) को निलंबित कर दिया।
रसूलपुर गांव में मंगलवार देर शाम निसार के मकान में विस्फोट हुआ था। जिससे दो मकान जमींदोज हो गये थे और तीन की छत उड़ गई थी। हादसे में निसार व उसके बेटे व भतीजे की मौत हो गयी थी। प्रथम दृष्टया अधिकारी विस्फोट का कारण गैस सिलेंडर फटना मान रहे थे लेकिन बुधवार को फारेसिक टीम को आतिशबाजी बनाने में प्रयोग होने वाला विस्फोटक मिला था। विस्फोट की गूुंज शासन तक भी पहुंच गई। एसएसपी बुधवार आधी रात में महलका चौकी इंचार्ज विजय कुमार व एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया। रसूलपुर गांव के बीट हेड कांस्टेबल अमरजीत सिंह को निलंबित कर दिया।
मलबे में दफन हैं विस्फोट के और भी राज
रसूलपुर में हुए हादसे को 48 घंटे से अधिक बीत गए, लेकिन मकान के मलबे का दो तिहाई हिस्सा अब भी नहीं हटाया गया। माना जा रहा है कि विस्फोट के और भी राज यहां दफन हैं। विस्फोट में निसार व उसके भाई का मकान जमींदोज हो गया था और तीन की छत उड़ने के साथ कई मकानों में दरार आई थी। आलाधिकारियों ने पहले दिन विस्फोट की वजह सिलेंडर फटना बताया था। मलबा हटाने के लिए जेसीबी व मजदूर भी लगा दिए थे। बुधवार को फारेंसिक टीम को जैसे ही गंधक, पोटाश, सुतली आदि मिली तो मलबा हटाना बंद कर दिया गया।
मलबे के नीचे सुलग रही आग
मलबे में तीन दिन बीत जाने के बाद भी रुक-रुककर आग सुलग रही है। पुलिस ने मलबे में दो-तीन घंटे पानी चलाया था। मकान के अंदरूनी भाग में मलबे के नीचे अभी विस्फोटक सामग्री दबी हुई है। इसमें कम तीव्रता के धमाके होते रहते हैं।
नहीं आई फारेंसिक रिपोर्ट
फारेंसिक रिपोर्ट आने की लंबी प्रक्रिया है। सीओ उदय प्रताप सिंह ने बताया कि रिपोर्ट कब आएगी, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। सैंपल आगरा गये हैं। जांच के लिए नंबर कब आएगा, पता नहीं।
इन्होंने कहा..
फारेंसिक टीम समेत अन्य एजेंसियों की जांच अभी पूरी नहीं हुई है। इस प्रक्रिया के बाद ही मलबा हटाया जा सकेगा। -अमित कुमार भारतीय, एसडीएम, सरधना।