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राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की बैठक में आर-पार की लड़ाई का एलान Meerut News

मेरठ राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आह्वान पर मंगलवार को शिक्षकों की एक आनलाइन बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें शिक्षकों ने अपनी मांग को लेकर आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया।

By Taruna TayalEdited By: Published: Tue, 11 Aug 2020 04:42 PM (IST)Updated: Tue, 11 Aug 2020 04:42 PM (IST)
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की बैठक में आर-पार की लड़ाई का एलान Meerut News
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की बैठक में आर-पार की लड़ाई का एलान Meerut News

मेरठ, जेएनएन। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आह्वान पर मंगलवार को शिक्षकों की एक आनलाइन बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें शिक्षकों ने अपनी मांग को लेकर आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया। बैठक में जनपद मेरठ के पदानवत होकर आए बड़ी संख्या में शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।

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यह है मामला

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ मेरठ के जिलामहामंत्री डॉ छोटू राम ने बताया कि विभिन्न सालों में शासन द्वारा अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की प्रक्रिया के परिणाम स्वरुप करीब 300 से 400 शिक्षक मेरठ जनपद में ऐसे आए हैं, जिन्हें जूनियर हाई स्कूल के सहायक अध्यापक /प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक के पद से पदानवत करके प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक बना दिया। इनका पद कम करने के साथ साथ वेतन भी कम कर दिया गया। इन शिक्षकों का ग्रेड पे 4600 स्थान पर 4200 कर दिया गया।

इसके अलावा 2 वर्ष की वार्षिक वेतन वृद्धि भी शिक्षकों के वेतन से कम कर दी गई, जिससे जनपद मेरठ के ऐसे सैकड़ों शिक्षकों को प्रतिमाह ₹4000 से 10000 रुपए तक का आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसके खिलाफ जनपद मेरठ के सैकड़ों शिक्षक माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद की शरण में गए। माननीय उच्च न्यायालय ने शिक्षकों के हित में बेसिक शिक्षा अधिकारी, मेरठ को आदेश दिया कि बढ़ा हुआ वेतन कम नहीं किया जा सकता। अतः शिक्षकों को उनके अंतिम वेतन प्रमाण पत्र के आधार पर वेतन दिया जाए। माननीय उच्च न्यायालय के उस आदेश को जारी किए हुए करीब 2 साल हो चुके किन्तु आज तक भी सैकड़ों शिक्षकों को पूर्ण वेतन का अधिकार नहीं दिया गया।

आज हुईं संघ की बैठक में सैकड़ों शिक्षकों ने इस बात पर सहमति जताई कि वित्त लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा मेरठ को अंतिम चेतावनी देते हुए पूर्ण वेतन की मांग की जाए। अगर वह उच्च न्यायालय का आदेश नहीं मानते तो सभी शिक्षक वित्त एवं लेखाधिकारी का घेराव कर धरना देंगे। सत्याग्रह करेंगे और जब तक नहीं उठेंगे जब तक उनकी यह न्यायिक मांग पूरी नहीं होती, इसके लिए लिए स्वयं वित्त लेखाधिकारी जिम्मेदार होंगे।

ऑनलाइन बैठक का शुभारंभ राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष विकेश ठाकुर ने किया।

यह रहे शामिल

बैठक में हस्तिनापुर के ब्लॉक संयोजक राजकुमार गौतम,

जिला मंत्री रेखा रानी, मंजुलता, अलका, जिला संगठन मंत्री मुशीर अहमद, कलिका गुर्जर,दिनेश कुमार, महेंद्र, रूबी मित्तल, हेमलता, विनोद कुमार, रीना रानी,संगीता, भावना, सहित सैकड़ों शिक्षकों ने हिस्सा लिया। 


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