अयोध्या फैसले का एक साल पूरा होने पर अफसर सतर्क, रखी जा रही हर गतिविधि पर नजर
अयोध्या विवाद में अंतिम निर्णय नौ नवंबर 2019 को देश की सर्वोच्च अदालत ने दिया था। सोमवार को इस फैसले को पूरा एक साल हो गया। इस दिन जिले में कहीं पर कोई समारोह और अन्य कोई कार्यक्रम तो नहीं हो रहा।
बुलंदशहर, जेएनएन। अयोध्या विवाद में अंतिम निर्णय नौ नवंबर 2019 को देश की सर्वोच्च अदालत ने दिया था। सोमवार को इस फैसले को पूरा एक साल हो गया। इस दिन जिले में कहीं पर कोई समारोह और अन्य कोई कार्यक्रम तो नहीं हो रहा। इस पर खुद जिलाधिकारी रविंद्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह नजर बनाए हुए है। रविवार को अपराध गोष्ठी में ही एसएसपी ने साफ कर दिया था कि अयोध्या फैसले को लेकर कहीं पर कोई समारोह या कार्यक्रम नहीं होना चाहिए। यदि किसी को खुशी का इजहार करना है तो वह अपने घर में कर सकता है। सार्वजनिक स्थानों पर ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं होगा।
सर्वोच्च न्यायालय ने मंदिर बनाने के साथ साथ सरकार को मस्जिद बनाने के उद्देश्य से सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था। सर्वोच्च न्यायालय के इस फैसले से दोनों पक्ष खुश थे। सोमवार को इस फैसले को एक साल पूरा होने के कारण प्रदेश सरकार ने गोपनीय रूप से गाइड लाइन जारी कर दी थी। जिसके बाद जिलाधिकारी रविंद्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को आदेश दिया था कि फैसले को लेकर कोई भी सार्वजनिक रूप से समारोह या फिर कार्यक्रम नहीं करेगा। हालांकि एसएसपी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि इस तरह के कार्यक्रम के लिए जिले में किसी ने अनुमति भी नहीं ली है। बावजूद इसके एसएसपी ने सभी सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस बल लगाया है। काला आम चौराहा, अंसारी रोड चौराहा, मलका पार्क आदि स्थानों पर पुलिस बल लगाया है। वहीं, सभी एडिशनल एसपी, सभी सर्किल के सीओ और थाना प्रभारियों को आदेश दिया गया है कि वह हर गतिविधि पर नजर रखे। हर संदिग्ध व्यक्ति की तलाशी ले। सुबह से लेकर देर रात तक हाइवे पर भी वाहनों की चेकिंग के आदेश दिए गए हैं।
इन्होंनेे बताया...
अयोध्या फैसले को लेकर एक साल पूरा होने पर हर संदिग्ध व्यक्ति एवं गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। पुलिस बल लगाया गया है। समारोह या कार्यक्रम पर नजर रखी जा रही है। ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
- संतोष कुमार सिंह, एसएसपी