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मेडिकल कॉलेज में अब मरीजों को मिली राहत, बोले-आने लगे हैं डाक्टर और बदली जा रहीं चादरें Meerut News

मेडिकल कॉलेज समेत कोरोना पीड़ित मरीजों का इलाज करने वाले अस्पतालों व क्‍वारंटाइन केंद्रों में हर स्तर पर शिकायतें मिल रही थीं। मंडलायुक्‍त ने इस बारे में मरीजों से फोन पर बात की।

By Prem BhattEdited By: Published: Sat, 23 May 2020 12:10 PM (IST)Updated: Sat, 23 May 2020 12:10 PM (IST)
मेडिकल कॉलेज में अब मरीजों को मिली राहत, बोले-आने लगे हैं डाक्टर और बदली जा रहीं चादरें Meerut News

मेरठ, जेएनएन। मेडिकल कॉलेज समेत कोरोना पीड़ित मरीजों का इलाज करने वाले अस्पतालों व क्‍वारंटाइन केंद्रों में हर स्तर पर शिकायतें मिल रही थीं। सरकार ने इसके सुधार के लिए हर संभव कोशिश भी की। शुक्रवार को प्रयासों का प्रभाव कमिश्नर की कोरोना मरीजों से फोन पर बातचीत में देखने को मिला। कमिश्नर अनीता सी. मेश्राम ने दावा किया कि उन्होंने मंडल के सभी जिलों में कोरोना मरीजों से फोन पर बात कर उनका हालचाल लिया।

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सीएम तक भेजी गई थी शिकायतें

मेरठ में तीन अस्पतालों में 15 कोरोना मरीजों से बात की। उनका कहना है कि अब वार्ड में डॉक्टर परीक्षण करने आते हैं। खाना अच्छा मिलता है और चादरें भी बदली जा रही हैं। कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही, वार्ड में गंदगी, मरीजों को देखने के लिए चिकित्सकों का वार्ड में न आना, सफाईकर्मी के हाथों दवा भिजवा देना व खाना भी समय से न मिल पाने संबंधी तमाम शिकायतें वीडियो और ऑडियो वायरल करके मुख्यमंत्री तक भेजी गई थीं। जिसके समाधान के लिए सरकार ने नोडल अधिकारी, पुलिस नोडल अधिकारी व केजीएमयू से वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम को भी मेरठ भेजा था।

मरीजों से फोन पर पूछा हाल

फिलहाल उक्त सभी लोग वापस लखनऊ जा चुके हैं। प्रयासों का कितना असर रहा इसकी जांच करने के लिए शुक्रवार को कमिश्नर अनीता सी. मेश्राम ने तीन अस्पतालों में मरीजों से फोन पर बात की। उन्होंने बताया कि एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज, मुलायम सिंह मेडिकल कॉलेज व पंचवटी बद्री नारायण अस्पताल में भर्ती वृद्ध, जवान, महिला समेत सभी वर्गों के कुल 15 मरीजों से इलाज और सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली।

अलग से दिया जा रहा खाना

कमिश्नर को मरीजों ने बताया कि अब उन्हें देखने वार्ड में डॉक्टर आने लगे हैं। दवा भी समय से मिलने लगी है। खाना समय से मिलता है। एक मधुमेह के रोगी ने उन्हें बताया कि उसे अलग से खाना दिया जाता है। वार्ड और अस्पताल में रोजोना सफाई की जाती है। बेड की चादरें भी रोजाना बदली जाती हैं। अलग-अलग पूछने पर सभी मरीजों ने बताया कि आज भी चादर बदली गई। आज हरे रंग की चादर बिछी है।

रिकवरी रेट अच्छा, लेकिन हम संतुष्ट नहीं : कमिश्नर

कमिश्नर अनीता सी. मेश्राम ने बताया कि मंडल के सभी छह जनपदों में कुल 1080 कोरोना संक्रमित मरीज 21 मई तक मिले हैं। जिनमें से 688 को ठीक करके वापस घर भेज दिया गया है। मंडल में रिकवरी रेट लगभग 64 फीसद है। मेरठ में सर्वाधिक 358 लोग संक्रमित मिले। यहां मौत भी 21 (सर्वाधिक) हो चुकी हैं। इनमें से 182 लोग ठीक होकर घर जा चुके हैं। फिलहाल 155 मरीजों का इलाज चल रहा है। कमिश्नर ने कहा कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन कोशिश कर रहा है। जनता का सहयोग भी मांगा जा रहा है। सुधार भी दिखाई दे रहा है, लेकिन हम अभी संतुष्ट नहीं हैं। 


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