Move to Jagran APP

अब अपराध करके भागना आसान नहीं, मेरठ में लगेगा स्मार्ट वीडियो सर्विलांस सिस्टम

मेरठ (पंकज तोमर)। अब अपराध करके भागना आसान नहीं होगा। भागे भी तो कैमरे में कैद हो जाओगे, जि

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Feb 2018 10:38 AM (IST)Updated: Fri, 16 Feb 2018 10:38 AM (IST)
अब अपराध करके भागना आसान नहीं, मेरठ में लगेगा स्मार्ट वीडियो सर्विलांस सिस्टम
अब अपराध करके भागना आसान नहीं, मेरठ में लगेगा स्मार्ट वीडियो सर्विलांस सिस्टम

मेरठ (पंकज तोमर)। अब अपराध करके भागना आसान नहीं होगा। भागे भी तो कैमरे में कैद हो जाओगे, जिसके बाद पुलिस के हाथ अपराधियों के गिरेबां तक आसानी से पहुंच जाएंगे। यह संभव होगा अत्याधुनिक वीडियो सर्विलांस सिस्टम से। वाहन चोरों से लेकर अन्य अपराध करने वालों पर इन कैमरों की पैनी नजर रहेगी। यहां तक कि रात के अंधेरे में भी अपराध करने के बाद बचना मुमकिन नहीं होगा।

loksabha election banner

हर अपराधी अपराध करने के बाद घटनास्थल से भागने की फिराक में रहता है। सड़क दुर्घटनाओं से लेकर अन्य तमाम घटनाओं में अक्सर ऐसा ही होता है। पर अब कोई व्यक्ति नियम तोड़ता है या किसी घटना को अंजाम देकर शहर से बाहर भागना चाहता है तो वह तुरंत पकड़ा जाएगा। पुलिस का वीडियो सर्विलास सिस्टम (पायलट प्रोजेक्ट) शहर में बहुत जल्द शुरू हो जाएगा। जाम का कारण इसके लिए जिम्मेदार लोग भी कैमरों में कैद हो जाएंगे। इस सिस्टम को शहर में रिलायंस कंपनी लगाएगी। रिलायंस जिओ कंपनी ने शहर में अपने टावर लगाने के दौरान अत्याधुनिक कैमरे लगवाने का वायदा किया था। करीब चार साल बाद यह ख्वाब परवान चढ़ रहा है।

कंपनी की ओर से सामाजिक सरोकार के तहत महानगर के 34 चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाएं जाएंगे, जो 4-जी नेटवर्क से चलेंगे। जिओ ने 79 लाख रुपये पुलिस महकमे को दिए हैं, जिनमें 10 ट्रैफिक एंजल्स के लिए स्कूटी खरीदी गई है और बाकी रकम कैमरों पर खर्च की जाएगी। करीब 15 लाख रुपये की लागत से पुलिस लाइन में कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है।

एसपी सिटी मान सिंह चौहान ने बताया कि यातायात नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के लिए सिस्टम में तीन जगह क्लिक करते ही 20 सेकेंड में चालान बन जाएगा। इसके अलावा 4-जी नेटवर्क की तकनीक बिना मानवीय हस्तक्षेप के कार्य करेगी, जिससे शहर में कड़ी नजर रहेगी। इस सिस्टम से अपराधियों पर नजर रखने के साथ ट्रैफिक को सुधारने में भी मदद मिलेगी।

तेज रफ्तार कार के नंबर भी कैद होंगे : यह कैमरे इतने अत्याधुनिक हैं कि ये वाहन की रफ्तार और वाहन पर लिखे नंबरों को भी ट्रेस कर सकेंगे। साथ ही वाहन का नंबर सिस्टम में डालते ही वाहन के रूट का पता लग जाएगा। इससे पता चल सकेगा कि अमुक नंबर का वाहन किस समय कहा से गुजरा होगा। पुलिस को चोरी के वाहनों और बदमाशों के वाहनों का पता लगाने में सुविधा होगी।

उम्दा क्वालिटी का नाइट विजन : कैमरों में हाई क्वालिटी का नाइट विजन रहेगा, जो कार के अंदर बैठे व्यक्ति तक को कैमरे को जूम कर देखा जा सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.