बैराज ने बढ़ाई मुसीबत : बिजनौर जाने के लिए अब 70 रुपये अधिक देने होंगे
बिजनौर बैराज के पुल पर आई दरार के कारण मेरठ से यह रूट सामान्य रूट से 65 किलोमीटर अधिक लंबा हो गया है। जिससे यात्रियों को 70 रुपये अधिक किराया देना पड़ रहा है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 12:43 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 12:43 PM (IST)
मेरठ,जेएनएन। बिजनौर बैराज पर रोडवेज बसों का संचालन रोक दिए जाने से शनिवार को भैंसाली बस अड्डे पर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने मीरपुर के आगे बसों को नहीं जाने दिया। मारामारी मचने पर रोडवेज अधिकारियों ने शाम को वाया गजरौला चांदपुर होते हुए बिजनौर के लिए यात्रियों के लिए बसें चलाईं। यह रूट सामान्य रूट से 65 किलोमीटर अधिक लंबा है। जिससे यात्रियों को 70 रुपये अधिक किराया देना पड़ रहा है।
बैराज तक ही बसें चलें तो बात बने
मेरठ डिपो के स्टेशन प्रभारी के अनुसार रविवार को अगर प्रशासन ने अनुमति दी तो बैराज तक बसें चलाई जाएंगी। वहीं वाया चांदपुर होते हुए बिजनौर के लिए भी ऑप्शन उपलब्ध रहेगा। बताते चलें कि मेरठ से सीधे बिजनौर का किराया 86 रुपये है। अगर बैराज के पहले तक रोडवेज बसें जाएंगी तो वहां से लोग छोटे वाहनों जैसे ऑटो आदि से बिजनौर शहर के अंदर तक जा सकते हैं।
बैराज से बिजनौर की दूरी 11 किलोमीटर
बैराज से बिजनौर की दूरी 11 किलोमीटर है, ऑटो रिक्शा 20 रुपये किराया लेते हैं। वहीं बैराज तक रोडवेज का किराया 75 रुपये है। इस तरह 95 रुपये में लोग बिजनौर जा सकते हैं। स्टेशन प्रभारी देवेंद्र भारद्वाज ने बताया कि रविवार को यात्रियों की सुविधा के लिए बसों के 50 फेरे बैराज तक और दस फेरे वाया चांदपुर बिजनौर के लगाए जाएंगे।
पुल के साथ छेड़छाड़ की आशंका
बैराज पुल में आई दरार के पीछे पुल से छेड़छाड़ की आशंका भी जाहिर की जा रही है। 1978 में बैराज पुल की आधारशिला रखी गई थी। 1984 में पुल का उद्घाटन हुआ था। सूत्रों के मुताबिक, पिलर एवं पुल की छत के बीच बने स्लैब चटकने के दौरान सरिया टूटी है। आमतौर पर अक्सर सरिया मुड़ती है लेकिन यहां सरिया टूटी है। ऐसे में पुल से छेड़छाड़ की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता।
यह कहना है जांच अधिकारियों का
जांच टीम अधिकारियों का कहना है कि समय से बाल बियरिंग की मरम्मत न होना भी दरार आने का कारण हो सकता है। एनएचएआई की ओर से आई ब्रिज एक्सपर्ट टीम रिपोर्ट तैयार कर रही है। जांच रिपोर्ट के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी। डीएम सुजीत कुमार का कहना है कि प्रारंभिक जांच में पुल में दरार का कारण बाल बियरिंग की मरम्मत नहीं होना पाया गया है।
छोटे वाहन 15 की स्पीड से गुजरे
दिल्ली से आई एनएचएआई ब्रिज एक्सपर्ट इंजीनियरों ने निरीक्षण के बाद प्रशासनिक अधिकारियों को सलाह दी कि पुल पर भारी वाहनों को नहीं चढ़ने दिया जाए। छोटे वाहन भी अधिकतम 15 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार में रहें।
रूट किराया रुपये में
मेरठ-बिजनौर 86
मेरठ से वाया चांदपुर गजरौला बिजनौर 156
मेरठ-बिजनौर बैराज तक 75
मेरठ-मीरापुर 57
मुजफ्फरनगर के लिए नहीं चली बस
गंगा बैराज पुल में दरार आने के कारण शनिवार को मुजफ्फरनगर आने-जाने के लिए एक भी रोडवेज अथवा प्राइवेट बस का संचालन नहीं किया गया। मेरठ-दिल्ली के लिए बसें बाया चांदपुर,गजरौला संचालित की गईं। रविवार से मुजफ्फरनगर की बसों का संचालन किया जाएगा। सबसे अधिक परेशानी मुजफ्फरनगर,मेरठ व दिल्ली की ओर आने-जाने वाले यात्रियों को हुई।
बैराज तक ही बसें चलें तो बात बने
मेरठ डिपो के स्टेशन प्रभारी के अनुसार रविवार को अगर प्रशासन ने अनुमति दी तो बैराज तक बसें चलाई जाएंगी। वहीं वाया चांदपुर होते हुए बिजनौर के लिए भी ऑप्शन उपलब्ध रहेगा। बताते चलें कि मेरठ से सीधे बिजनौर का किराया 86 रुपये है। अगर बैराज के पहले तक रोडवेज बसें जाएंगी तो वहां से लोग छोटे वाहनों जैसे ऑटो आदि से बिजनौर शहर के अंदर तक जा सकते हैं।
बैराज से बिजनौर की दूरी 11 किलोमीटर
बैराज से बिजनौर की दूरी 11 किलोमीटर है, ऑटो रिक्शा 20 रुपये किराया लेते हैं। वहीं बैराज तक रोडवेज का किराया 75 रुपये है। इस तरह 95 रुपये में लोग बिजनौर जा सकते हैं। स्टेशन प्रभारी देवेंद्र भारद्वाज ने बताया कि रविवार को यात्रियों की सुविधा के लिए बसों के 50 फेरे बैराज तक और दस फेरे वाया चांदपुर बिजनौर के लगाए जाएंगे।
पुल के साथ छेड़छाड़ की आशंका
बैराज पुल में आई दरार के पीछे पुल से छेड़छाड़ की आशंका भी जाहिर की जा रही है। 1978 में बैराज पुल की आधारशिला रखी गई थी। 1984 में पुल का उद्घाटन हुआ था। सूत्रों के मुताबिक, पिलर एवं पुल की छत के बीच बने स्लैब चटकने के दौरान सरिया टूटी है। आमतौर पर अक्सर सरिया मुड़ती है लेकिन यहां सरिया टूटी है। ऐसे में पुल से छेड़छाड़ की आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता।
यह कहना है जांच अधिकारियों का
जांच टीम अधिकारियों का कहना है कि समय से बाल बियरिंग की मरम्मत न होना भी दरार आने का कारण हो सकता है। एनएचएआई की ओर से आई ब्रिज एक्सपर्ट टीम रिपोर्ट तैयार कर रही है। जांच रिपोर्ट के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी। डीएम सुजीत कुमार का कहना है कि प्रारंभिक जांच में पुल में दरार का कारण बाल बियरिंग की मरम्मत नहीं होना पाया गया है।
छोटे वाहन 15 की स्पीड से गुजरे
दिल्ली से आई एनएचएआई ब्रिज एक्सपर्ट इंजीनियरों ने निरीक्षण के बाद प्रशासनिक अधिकारियों को सलाह दी कि पुल पर भारी वाहनों को नहीं चढ़ने दिया जाए। छोटे वाहन भी अधिकतम 15 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार में रहें।
रूट किराया रुपये में
मेरठ-बिजनौर 86
मेरठ से वाया चांदपुर गजरौला बिजनौर 156
मेरठ-बिजनौर बैराज तक 75
मेरठ-मीरापुर 57
मुजफ्फरनगर के लिए नहीं चली बस
गंगा बैराज पुल में दरार आने के कारण शनिवार को मुजफ्फरनगर आने-जाने के लिए एक भी रोडवेज अथवा प्राइवेट बस का संचालन नहीं किया गया। मेरठ-दिल्ली के लिए बसें बाया चांदपुर,गजरौला संचालित की गईं। रविवार से मुजफ्फरनगर की बसों का संचालन किया जाएगा। सबसे अधिक परेशानी मुजफ्फरनगर,मेरठ व दिल्ली की ओर आने-जाने वाले यात्रियों को हुई।
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