नौ साल बाद हत्थे चढ़ा 25 हजारी हत्यारोपित
नौ साल बाद 25 हजारी हत्यारोपित पुलिस के हत्थे चढ़ गया। तभी से आरोपित फरार था। कब्र से शव निकालकर पोस्टमार्टम कराने के बाद 2001 में सिविल लाइन थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था।
मेरठ, जेएनएन : नौ साल बाद 25 हजारी हत्यारोपित पुलिस के हत्थे चढ़ गया। तभी से आरोपित फरार था। कब्र से शव निकालकर पोस्टमार्टम कराने के बाद 2001 में सिविल लाइन थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। शनिवार रात इनामी को सोहराब गेट के पास से पुलिस ने दबोच लिया।
10 सितंबर 10 को सिविल लाइन थाना क्षेत्र के संजय नगर में पन्ना लाल के खेत में एक शव पड़ा मिला था। शव के पास से मिले मोबाइल नंबर के आधार पर उसकी पहचान इंचौली थाना क्षेत्र के सैनी गांव निवासी शेरूद्दीन उर्फ शेरू पुत्र जमील के रूप में हुई थी। भाई सिराजुद्दीन ने तहरीर में कहा था कि उसका भाई शराब पीने का आदि था, जिससे उसकी मौत हुई। हालांकि कुछ समय बाद परिजनों को पता चला कि उसकी हत्या हुई है। पिता ने अफसरों से शिकायत की, जिस पर शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम कराया गया। मौत की वजह स्पष्ट नहीं होने पर बिसरा प्रिजर्व कर लैब में जांच के लिए भेजा गया, जहां जहर से मौत की पुष्टि हो गई। इसके बाद सिविल लाइन थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। नामजद सभी आरोपित फरार चल रहे थे। 22 अक्टूबर 19 को पुलिस ने रुखसाना, खुर्शीद और रुखसार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अमीरूद्दीन उर्फ मेहरूद्दीन फरार चल रहा था। टीम उसकी धरपकड़ में लगी हुई थी। शनिवार रात सूचना मिली कि आरोपित शहर से भागने की फिराक में है। टीम ने उसे सोहराब गेट बस अड्डे के पास से पकड़ लिया। थाना प्रभारी अब्दुल रहमान सिद्दीकी ने बताया कि आरोपित नौ साल से फरार था। उस पर 25 हजार का इनाम भी था।