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इन हसीं वादियों में होगी नए साल की सुबह

नए साल की खुशी और मस्ती का आलम यह है कि कड़ाके की सर्दी को भी लोग मात दे रहे हैं। पिछले कुछ दिनों की बात मौसम के नजरिए से करें तो मेरठ में रहने का अहसास किसी हिल स्टेशन से कम नहीं है आखिर यहां इतनी ठंड जो है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 31 Dec 2019 04:00 AM (IST)Updated: Tue, 31 Dec 2019 06:09 AM (IST)
इन हसीं वादियों में होगी नए साल की सुबह
इन हसीं वादियों में होगी नए साल की सुबह

मेरठ, जेएनएन। नए साल की खुशी और मस्ती का आलम यह है कि कड़ाके की सर्दी को भी लोग मात दे रहे हैं। पिछले कुछ दिनों की बात, मौसम के नजरिए से करें तो मेरठ में रहने का अहसास किसी हिल स्टेशन से कम नहीं है, आखिर यहां इतनी ठंड जो है। बहरहाल, फिर भी कुछ ऐसे लोग भी हैं जो न्यू ईयर पार्टी और विंटर वेकेशन में बर्फ और सर्दी का आनंद लेने के लिए मेरठ से कुछ घंटों की ही दूरी पर स्थित हिल स्टेशन अथवा पर्यटन केंद्रों की सैर करना पसंद करते हैं। शिमला, मंसूरी या दून से इतर यह ऐसे पर्यटन स्थल हैं जहां न ज्यादा भीड़ होती है और न ज्यादा शोर।

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यदि आप भी नववर्ष के अवसर पर मेरठ से कुछ ही घंटों की दूरी पर छुट्टियों का आनंद लेना चाहते हैं तो नीचे दिए स्थानों के बारे में विचार किया जा सकता है। ये ऐसे हैं जहां प्राकृतिक सौंदर्य बिखरा पड़ा है। आप अपने वाहन अथवा किराए की टैक्सी से इन स्थानों पर आराम से पहुंच सकते हैं।

बिनसर, उत्तराखंड

- मेरठ से 326 किलोमीटर

- आठ घंटे का सफर

पर्यटन स्थल

1- जीरो प्वाइंट - यह वन्यजीव अभ्यारण्य के अंदर स्थित है। यह एक टॉवर है जिसकी ऊंचाई 2400 मीटर है।

2- कसारदेवी मंदिर- यह दूसरी शताब्दी का बना हुआ है। यहां वर्ष 1960-70 में हिप्पी आंदोलन भी हुआ था।

3- बिनसर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी- 45.59 वर्ग किमी में फैला है। यहां सभी प्रकार के जंगली जानवर देखने को मिलते हैं।

शोघी, हिमाचल प्रदेश

- मेरठ से 320 किमी

- सात घंटे का सफर

पर्यटन स्थल

1- कांडाघाट- यहां कई खूबसूरत मंदिर बने हुए है।

2- कैंपिंग -यहां की प्राकृतिक छटा का आनंद उठाने के लिए पर्यटक कैंप लगाकर भी रहते हैं।

3- तारा देवी मंदिर - यह शक्तिपीठ है, जहां हिदू और बौध धर्म के लोग आते हैं।

4- हनुमान मंदिर- इस मंदिर में हनुमान जी के जीवन की घटनाओं का चित्रों के माध्यम से शानदार वर्णन किया गया है।

नाहन, हिमाचल प्रदेश

- मेरठ से 234 किमी

- पांच घंटे का सफर

पयर्टन स्थल

1- शिवालिक हिल्स- यह एक शानदार पहाड़ी उपनगर है जो शिवालिक पहाड़ियों पर बसा है।

2- रेनुका लेक- यह यहां का सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और यह हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी झील है।

3- जगन्नाथ मंदिर - यहां जगन्नाथ मंदिर में दर्शन के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। यहां जगन्नाथ यात्रा भी निकाली जाती है।

4- ट्रेकिंग- लोग यहां पहाड़ों पर चढ़ने का लुत्फ भी उठाते हैं।

कानाताल, उत्तराखंड

- मेरठ से 237 किमी

- छह घंटे का सफर

पर्यटन स्थल

1- ट्रेकिंग और कैंपिंग - यहां लोग कैंप लगाकर रहते हैं, पहाड़ों पर भी चढ़ने का आनंद लेते हैं।

2- सुरकंडा देवी मंदिर- यह मंदिर सुरकुट पर्वत पर है जिसकी ऊंचाई समुंद्र तल से तीन हजार मीटर है।

3- टिहरी लेक- यह एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। इसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं। हालांकि यहां भीड़ नहीं होती।

चकराता, उत्तराखंड

- मेरठ से 257 किमी

- छह घंटे का सफर

पयर्टन स्थल

1- रामताल गार्डन- चकराता मंसूरी मार्ग पर यह अदभुत गार्डन बना है जो तीस मीटर लंबा और बीस मीटर चौड़ा है।

2- वाटर फ्रंट हिल रिसोर्ट- इसके आसपास कई झरने हैं जिसका आनंद लेने के लिए पर्यटक यहां रूकने से खुद को नहीं रोक पाते हैं।

3- टाइगर फाल्स - चकराता से पांच किमी पैदल चलने पर पचास मीटर ऊंचा टाइगर फॉल है जो ऊंची जगह से एक छोटे तालाब में गिरता है।

छोटी जगहों के लिए रुझान बढ़ा

हालांकि इस बार नए साल पर हिल स्टेशन घूमने वालों की संख्या कुछ कम जरुर है लेकिन लोग परिवार के संग हिल स्टेशन पर सर्दियों का लुत्फ उठाने जा रहे हैं। कम दूरी पर अच्छे हिल स्टेशन की तलाश में लोग हमेशा रहते हैं। नामचीन जगहों पर जाने की जगह ऐसी खूबसूरत लेकिन कम प्रसिद्ध जगह पर जाना लागे खूब पसंद कर रहे हैं।

- शिखर वाधवा, डायरेक्टर

ड्रीम ट्रिप फॉर यू सेंट्रल मार्किट।


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