नई पहल : बेटियां नहीं चलेंगी पैदल, कॉलेज जाने को मिलेगी साइकिल Meerut News
बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए श्रम विभाग ने नई पहल की है। जिसमें 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा पास करने पर बेटियों को साइकिल वितरित की जाएगी।
मेरठ, जेएनएन। बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने व अभिभावकों को बेटियों की शिक्षा के प्रति प्रेरित करने के लिए श्रमिक विभाग ने नई पहल की है। इसके तहत अब श्रमिकों की 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा पास करने वाली सभी बेटियों को साइकिल प्रदान की जाएगी। ताकि वह साइकिल से स्कूल-कालेज जाकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।
श्रम विभाग द्वारा संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के तहत कक्षा एक से लेकर उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाली बेटियों को अभी तक छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। अब बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक पहल और शुरू की गई है। इस पहल के तहत पंजीकृत श्रमिकों की जो बेटियों 10 वीं व 12 वीं की परीक्षा पास करने के बाद अगली कक्षाओं में प्रवेश लेंगी। उन सभी को 35 सौ रुपये कीमत तक की लेडीज साइकिल प्रदान की जाएगी।
उप श्रमायुक्त को दिए निर्देश
बेटियों को साइकिल देने के पीछे उद्देश्य यह है कि वह उच्च शिक्षा तक अपनी पढ़ाई करने के लिए प्रेरित हों। साथ ही दूसरा यदि कहीं गांव-देहात में स्कूल कालेज दूर होने के कारण आने-जाने का कोई साधन नहीं है तो वह साइकिल से जा सकें। बेटियों को साइकिल दिए जाने के लिए प्रमुख सचिव श्रम सुरेश चंद्रा ने इस बारे में मेरठ समेत सभी उप श्रमायुक्तों को निर्देश भी जारी किए हैं।
मार्च के प्रथम सप्ताह में मिलेगी
जिन बेटियों ने वर्ष-2019 में 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा पास कर ली है। उन्हें मार्च के प्रथम सप्ताह में साइकिल देने की तैयारी शुरू कर दी गई है। साथ ही जो वर्ष- 2020 की परीक्षा दे रही हैं, उन्हें परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद साइकिल दी जाएंगी।
मेरठ केे उप श्रमायुक्त दीप्तिमान भट्ट ने कहा कि वर्ष-19 में जिन श्रमिकों की बेटियों ने 10 वीं व 12 की परीक्षा पास की है। उनकी सूची जिला विद्यालय निरीक्षक से मांगी गई है। इसके साथ ही ऐसे श्रमिक, उप श्रमायुक्त कार्यालय में भी आकर आवेदन कर सकते हैं। मार्च के प्रथम सप्ताह में योजना के तहत वर्ष- 2019 की परीक्षा पास करने वाली बेटियों को पहली बार साइकिल प्रदान की जाएगी।