बंद कमरों में प्राकृतिक आक्सीजन से सुधर रही फेफड़ों की सेहत, ये हैं वे चमत्कारी पौधे
लोगों ने घर के आस-पास और बंद कमरों में ही गमलों में छोटे-छोटे पौधे लगाकर प्राकृतिक आक्सीजन जोन तैयार कर लिया। इन पौधों से 24 घंटे आक्सीजन मिलती है। विषैली गैसों को कर लेते है अवशोषित कमरे में रहती है स्वच्छ हवा।
बागपत, [सुरेन्द्र कुमार]। कोरोना संक्रमण के चलते आक्सीजन की किल्लत हुई, तो लोगों ने घर के आस-पास और बंद कमरों में ही गमलों में छोटे-छोटे पौधे लगाकर प्राकृतिक आक्सीजन जोन तैयार कर लिया। इन पौधों से 24 घंटे आक्सीजन मिलती है। साथ ही ये पौधे विषैली गैसों को अवशोषित कर लेते हैं। इससे बंद कमरों में भी लोगों के फेफड़े सेहतमंद हो गए।कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान आक्सीजन की कीमत को लोगों ने जाना। जब अपनों की जान बचाने के लिए फटकने व अधिकारियों की मिन्नतें करने के बाद भी आक्सीजन गैस नहीं मिलीं। आक्सीजन की कीमत जानने के बाद अब लोगों ने घरों में ही आक्सीजन के स्रोत खोज लिए है। लोगों ने बंद कमरा हो या घर का आंगन या छत सभी जगह आक्सीजन देने वाले पौधों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।
ये हैं आक्सीजन देने वाले पौधे
नाग पौधा, स्नेक प्लांट, स्पाइडर प्लांट, मनीप्लांट, एलोवेरा, सिंगोनियम, गुड़हल फर्न, जेड प्लांट, बोगनविलिया, ड्राइसीना, ऐरेका पाम, क्रोटोन, चायनीज़ एवरग्रीन्स, ड्रेकेना फ्रेग्रेंस, इंग्लिश इवी, लेडी पाम, पाथीफाइलम, बोस्टन फर्न, वीपिंग फिग आदि आक्सीजन देने वाले पौधे हैं।
इनके घर में बना है आक्सीजन का घेरा
शहर की पुरानी तहसील निवासी अहतेशाम खान के घर में आक्सीजन का घेरा बना हुआ। घर के मुख्य द्वार से ही गमलों में लगे आक्सीजन प्लांट शुरू हो जाते हैं। घर में प्रवेश करेंगे, तो विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगे मिले। छत व सीढी पर अलग-अलग पौधे रखे हैं। कमरों और आंगन में आक्सीजन देने वाले पौधे लगे हैं। वह बताते हैं कि मकान में चार भाईयों का परिवार रहता हैं। कोरोना संक्रमण के दौरान परिवार का कोई भी सदस्य बीमार नहीं हुआ, सभी का आक्सीजन लेवल भरपूर रहा।
इन्होंने बताया...
सभी पेड़ वातावरण में से कार्बन ड्राइ आक्साइड लेकर आक्सीजन देते है। इंडोर प्लांट कार्बन डाइ आक्साइड के अलावा वायुमंडल से प्रदूषकों जैसे बैंजीन, फार्मल्डिहाइड, ट्राईक्लोरोएथिलीन, जाइलीन, ओलुइन आदि कैंसर कारक तत्वों को भी अवशोषित करते है। इसी कारण इंडोर प्लांट काफी फायदेमंद है। बड़े पेड़ों के मुकाबले इंडोर प्लांट कम आक्सीजन देते है, लेकिन कमरों में आक्सीजन की मात्रा खूब रहती है।
- डा. मनोज कुमार शर्मा, एसोसिएट प्रोफेसर वनस्पति विज्ञान, जनता वैदिक डिग्री कालेज।