सुरक्षा में हुई जुमे की नमाज, आधी ड्यूटी हटाई
सीएए के विरोध में हिसा के बाद दूसरे जुमे पर 105 मस्जिदों में सुरक्षा से नमाज अदा कराई। हिसाग्रस्त एरिया में पूर्णतया शांति व्यवस्था कायम रही। अफसरों ने मोअज्जिज लोगों को शांति व्यवस्था बनाने के लिए बधाई संदेश भी दिया। दो सप्ताह पहले शुक्रवार को नमाज के बाद शहर में आठ स्थानों पर एक साथ हिसा हो गई थी।
मेरठ, जेएनएन। सीएए के विरोध में हिसा के बाद दूसरे जुमे पर 105 मस्जिदों में सुरक्षा से नमाज अदा कराई। हिसाग्रस्त एरिया में पूर्णतया शांति व्यवस्था कायम रही। अफसरों ने मोअज्जिज लोगों को शांति व्यवस्था बनाने के लिए बधाई संदेश भी दिया।
दो सप्ताह पहले शुक्रवार को नमाज के बाद शहर में आठ स्थानों पर एक साथ हिसा हो गई थी। इसमें छह लोगों की मौत हुई थी तथा तीन पुलिसकर्मियों को गोली लगी थी। उसी से सबक लेते हुए पुलिस ने पिछले तीन दिनों से सुरक्षा के कड़े इंतजाम शुरू कर दिए थे। शुक्रवार सुबह पुलिस के साथ मोअज्जिज लोगों का काफिला सड़क पर आ गया था। शहर के सभी बाजार मुख्य रूप से खोले गए। जामा मस्जिद, चूने वाली मस्जिद, गोलकुआं, शाहपीर गेट, जामुन वाली मस्जिद, पूर्वा इलाही बख्श, गुदड़ी बाजार, हाशिमपुरा, अख्तर और पत्थर वाली मस्जिद समेत शहर की 87 और देहात की 18 मस्जिदों में कड़ी सुरक्षा के बीच नमाज अदा कराई गई। सुबह से ही एसएसपी अजय साहनी निगरानी करते रहे। मुख्य प्वाइंटों पर फोर्स के साथ एसपी सिटी अखिलेश नारायण, एडीएम सिटी अजय तिवारी, सिटी मजिस्ट्रेट संजय पांडेय रहे।
इन्होंने कहा..
जुमे की नमाज को लेकर शहर में सुरक्षा के बंदोबस्त कर दिए थे। मोअज्जिज लोगों को साथ लेकर पुलिस ने ड्यूटी की। नमाज के बाद माहौल पूरी तरह शांत रहा। संवेदनशील प्वाइंटों पर ड्यूटी बदस्तूर जारी रहेगी।
अजय साहनी, एसएसपी एसपी सिटी को जांच कमेटी में न रखा जाए
मेरठ: जुमे की नमाज शांति और सौहार्द पूर्ण माहौल में अदा हुई। शाही जामा मस्जिद में जुमे की नमाज से पहले शहर काजी जैनुस साजिदीन ने कहा कि बवाल की जांच के लिए गठित कमेटी में लोगों से पाकिस्तान जाने के लिए कहने वाले पुलिस अधिकारी को हटाया जाए। शहरकाजी का इशारा एसपी सिटी की ओर था, हालाकि उन्होंने नाम नहीं लिया। कहा कि अगर जांच निष्पक्ष होनी है तो बदसलूकी करने वाले उस अफसर को कमेटी में शामिल नहीं किया जाना चाहिए।
शहरकाजी जैनुस साजिदीन ने नागरिकता संशोधन कानून को वापस लिए जाने संबंधी ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने की अपील की। यह ज्ञापन सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को भेजा जाएगा। उन्होंने छात्रों से पढ़ाई लिखाई और लोगों से अपने- अपने काम-धंधे में लगने की अपील की। बवाल का शिकार हुए मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट दिए जाने की मांग प्रशासन से की। जामा मस्जिद के जीर्णोद्धार के लिए लोगों से आर्थिक सहायता करने के लिए कहा।
इसके पहले कारी शफीकुर्रहमान ने कहा कि अगर जुल्म होगा तो अल्लाह की मदद आएगी। उन्होंने कहा कि मुगलों के बाद अंग्रेज के हाथों में हुकूमत आई। अगर मौजूदा हुकूमत जुल्म करेगी तो अल्लाह मदद करेगा। लेकिन मदद तब आएगी जब हम अल्लाह की मर्जी के अनुसार जीवन गुजारेंगे। इमलियान, खैरनगर हौज वाली मस्जिद में भी नमाज अदा हुई।