मुजफ्फरनगर: 63 चम्मच निगल चुका था युवक, आपरेशन कर निकाले बाहर, नशा मुक्ति केंद्र की भूमिका पर सवालिया निशान
Muzaffarnagar News उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक मरीज का आपरेशन करके पेट से 63 चम्मच निकाले गए। आरोप है कि वह नशा मुक्ति केंद्र में था जहां उसे जबरन चम्मच खिलाए गए।
मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। मंसूरपुर के गांव बोपाड़ा निवासी विजय चौहान के पेट से एक-दो नहीं, बल्कि 63 स्टील की चम्मच आपरेशन से बाहर निकाले गए। मरीज के तीमारदारों ने नशा मुक्ति केंद्र में जबरन चम्मच खिलाने का आरोप लगाया। उधर, शामली का नशा मुक्ति केंद्र मामला दबाने में लगा रहा।
एक्स-रे और सीटी स्कैन में दिखी चम्मच
भोपा रोड स्थित इवान हास्पिटल के चिकित्सकों ने पत्रकारों से वार्ता की। सर्जन राकेश खुराना ने बताया कि उनके एक परिचित ने अपने रिश्तेदार के पेट में स्टील के चम्मच होने से पेट में दर्द की शिकायत की जानकारी दी थी। उन्होंने मरीज की पुरानी एक्स-रे रिपोर्ट देखी। मरीज ने चिकित्सक को बताया कि वह नशा मुक्ति केंद्र में था, जहां उसे जबरन चम्मच खिलाए गए। एक्स-रे और सीटी स्कैन रिपोर्ट में पेट में मेटल का पता चलने पर आपरेशन किया गया। इस दौरान मरीज के पेट से 63 चम्मच निकाले गए।
चम्मच और अधिक दिन पेट में रहते तो आंत फट जाती
डा. राकेश खुराना ने बताया कि मरीज का आपरेशन सफल रहा और अब वह खतरे से बाहर है। दो दिन पूर्व एक चम्मच उसके पेट से पेशाब के रास्ते बाहर आया था। चम्मचों में केवल डंडी थी, गोल वाला हिस्सा गायब है। यदि चम्मच और अधिक दिन पेट में रहते तो आंत फट जाती। इस दौरान वरिष्ठ चिकित्सक डा. पंकज जैन, डा. अनुभव सिंगल, डा. कोमल राठी, डा. प्रत्यूष राठौर, विरोद कुमार व ममता चावला मौजूद रहे।
जबरन चम्मच खिलाने का आरोप
मरीज विजय चौहान के रिश्तेदार अमित चौधरी और अखिल चौधरी ने प्रेस वार्ता में बताया कि उनका मरीज करीब सात महीने से शामली और पानीपत स्थित नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती था। एक ही व्यक्ति के दोनों नशा मुक्ति केंद्र है। वहां विजय चौहान को जबरन चम्मच खिलाए जा रहे थे, जिस कारण उसके पेट से 63 चम्मच निकले। मरीज के पेट में दर्द रहता था।
मामला दबाने और पल्ला झाड़ने में लगा रहा नशा मुक्ति केंद्र संचालक
शामली, जागरण संवाददाता। युवक के पेट से 63 चम्मच निकलने के बाद कैराना रोड स्थित शुभम नशा मुक्ति आश्रम पर बुधवार को दिनभर गहमागमी रही। केंद्र संचालक मामले को दबाने की कोशिश में लगा रहा, जब मीडियाकर्मियों ने उक्त केंद्र पर पहुंचकर बोपाड़ा निवासी विजय चौहान के भर्ती होने के संबंध में रिकार्ड देखना चाहा तो संचालक ने कहा, इस नाम का कोई युवक भर्ती नहीं रहा है।
रिकार्ड में युवक का पता दतौली गांव हरियाणा लिखा मिला
उधर, बुधवार दोपहर को जब मीडियाकर्मी शुभम नशा मुक्ति आश्रम पर पहुंचे तो वहां मिले कर्मियों ने सिरे से इस बात को खारिज करते हुए बताया, विजय चौहान नाम का कोई व्यक्ति यहां भर्ती नहीं रहा है। केंद्र का रजिस्टर देखने पर पता चला कि अप्रैल माह से अब तक विजय नामक एक युवक भर्ती रहा था, जो 26 अगस्त को घर भेज दिया था। रिकार्ड में युवक का पता दतौली गांव (हरियाणा) लिखा था। केंद्र पर पिटबुल डाग भी संचालक द्वारा पाला जा रहा है। केंद्र संचालक तेजवीर मलिक का कहना है कि पिस्टल से आतंकित कर चम्मच खिलाने का आरोप बेबुनियाद है, केंद्र पर सीसीटीवी भी लगाए हुए हैं, कोई भी आकर जांच कर सकता है।