‘डर्टी ऑडियो’ से भाजपा में आया तूफान, नेताओं को सांप सूंघा
डर्टी ऑडियो वायरल होने के बाद मुजफ्फरनगर भाजपा में तूफान आ गया है। भाजपाइयों को सांप सूंघ गया है। मामले में भाकियू भी कूद पड़ी है।
मेरठ (जेएनएन)। सियासत के खिलाड़ियों का परदे के पीछे का ‘डर्टी ऑडियो’ सामने आने के बाद मुजफ्फरनगर में भाजपा में तूफान खड़ा हो गया है। इस मामले को लेकर भाजपा के दिग्गज चुप्पी साधे हैं। कार्रवाई न होने पर भारतीय किसान यूनियन ने आंदोलन की चेतावनी दे दी है।
वायरल हुआ था ऑडियो
सोशल मीडिया पर वायरल हुए ऑडियो में पार्टी संगठन का एक बड़ा पदाधिकारी भी शामिल है, जो खुद महिला को समझाने की कोशिश कर रहा है। शर्मनाक यह है कि जिस महिला को गालियां दी जा रही हैं, वह भी भाजपा महिला मोर्चा में पदाधिकारी रह चुकी है। चर्चा है कि इस ऑडियो में ऐसे कई चेहरे बेनकाब हो रहे हैं, जो भाजपा संगठन में बड़े ओहदों पर आसीन हैं। ऑडियो में महिला से जिस नेता से मिलने के लिए कहा जा रहा है, वह नेता भी भाजपा का पूर्व जिलाध्यक्ष है। पूरे मामले में शहर का प्रकाश टाकीज मार्केट केंद्र में है।
कोचिंग सेंटर में हिस्सेदारी थी
‘डर्टी ऑडियो’ में महिला नेता को जिसने भद्दी गालियां दी हैं, उसका इसी मार्केट में कोचिंग सेंटर था। बताया गया है कि उक्त महिला की कोचिंग सेंटर में हिस्सेदारी थी। चार माह पहले हुए विवाद के बाद यह सेंटर बंद हो गया। इसी मार्केट में भाजपा के उस बड़े पदाधिकारी का भी दफ्तर है, जो महिला मोर्चा की पूर्व पदाधिकारी को ऑडियो में समझा-बुझा रहा है। शर्मनाक पहलू यह है कि भाजपा में बड़ी जिम्मेदारी पर आसीन पदाधिकारी महिला से यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि ये गाली-गलौज तो आपके बीच का प्यार है। ऑडियो में पूर्व में सेक्स रैकेट के आरोप में जेल गए भाजपा नेता का भी जिक्र हुआ है। बड़े पदाधिकारी ने कहा कि तेवतिया ने एसएसपी से पंगा लिया था, इसलिए वह फंसा है।
सेक्स रैकेट तो अब खुला है: तेवतिया
भाजपा प्रबुद्ध प्रकोष्ठ के सह क्षेत्र संयोजक डॉ. जीतेंद्र तेवतिया ने कहा कि असली सेक्स रैकेट तो अब जनता के सामने आया है। मुझे फर्जी मामले में फंसाने वाले भी यही लोग हैं। पार्टी संगठन को मामले का संज्ञान लेना चाहिए। तेवतिया ने कहा कि उनके मामले की पुन: विवेचना होनी चाहिए।
समाज की बेटी को इंसाफ दिलाएंगे : राजू
भाकियू जिलाध्यक्ष राजू अहलावत ने कहा कि संबंधित महिला नेता उनसे मिली है, वह कुछ नेताओं के दबाव में है। इस मुद्दे पर खाप चौधरियों से भी मंत्रणा हुई है। अगर आरोपितों पर कार्रवाई नहीं हुई तो दो अक्टूबर के बाद मामले को लेकर बड़ी पंचायत की जाएगी। आरोपितों का बहिष्कार किया जाएगा। गांव में आने पर उनकी गाड़ियों में उपले भर दिए जाएंगे।