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मुस्लिमों ने खुद मस्जिद हटाई, साफ की हाईवे-58 की राह

मुजफ्फरनगर के बाद अब मेरठ में भी मुस्लिम समाज ने सकारात्मक पहल की है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 08 Apr 2018 09:33 AM (IST)Updated: Sun, 08 Apr 2018 09:34 AM (IST)
मुस्लिमों ने खुद मस्जिद हटाई, साफ की हाईवे-58 की राह

मेरठ(नवनीत शर्मा)। मुजफ्फरनगर के बाद अब मेरठ में भी मुस्लिम समाज ने सकारात्मक पहल की है। मेरठ-मुजफ्फरनगर नेशनल हाइवे संख्या-58 के चौड़ीकरण में बाधक बनी खड़ौली मस्जिद को खुद प्रबंधकों ने ही हटाना शुरू कर दिया है। पिछले तीन दिनों में मस्जिद के अंदर का हिस्सा तोड़ दिया गया। शनिवार को बाहरी दीवार भी हटा दी गई। अगले पांच दिनों में मलबा हटाकर भूमि को चौड़ीकरण के लिए सौंप दिया जाएगा। एनएच-58 के चौड़ीकरण का काम काफी समय से गांव खड़ौली स्थित मस्जिद और गांव डाबका स्थित बुद्धा मंदिर के कारण अटका हुआ है। इसके चलते केंद्र व प्रदेश सरकार भी कई बार जिला प्रशासन को फटकार लगा चुकी है। खुद उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जिला प्रशासन से जवाब-तलब कर हाईवे की राह साफ करने के आदेश दे चुके हैं। इसके बाद जिला प्रशासन ने धार्मिक स्थलों को हटाने की प्रक्रिया शुरू की। पिछले दो माह में जिला प्रशासन, स्थल प्रबंधक और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) के बीच कई बार वार्ता हुई। 20 मार्च को आयोजित बैठक में मस्जिद और मंदिर प्रबंधक भवन को खुद ही भवन हटाने के लिए मान गए थे। गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर में हाईवे निर्माण में बाधक बनी एक मस्जिद को प्रबंधकों ने प्रशासन से वार्ता के बाद हटा दिया था। मुआवजा मिलने पर हुए राजी

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हाईवे किनारे बने धार्मिकस्थल सरकारी रिकार्ड के मुताबिक सरकारी भूमि पर बने हुए हैं। इस कारण पहले मुआवजा देने और न देने को लेकर विवाद था। मुआवजा मिले बिना धार्मिकस्थलों के प्रबंधक किसी भी हाल में भवन को हटाने के लिए तैयार नहीं थे। परियोजना में लगातार होती देरी के चलते बाद में भवन का मुआवजा देने पर दोनों पक्ष सहमत हो गए। एनएचएआइ ने मस्जिद को 12 लाख 80 हजार 600 रुपये और बौद्ध मंदिर के के लिए 13 लाख 95 हजार 699 रुपये के मुआवजे का निर्धारण किया है। मंदिर भी सहमति से हटेगा

प्रशासन ने मस्जिद के बाद अब बौद्ध मंदिर हटाने पर ध्यान केंद्रीत किया। पिछले दिनों हुई बैठक में मस्जिद के प्रबंधकों ने लिखित में आश्वासन दिया था, लेकिन तक कुछ मांगों को लेकर मंदिर के प्रबंधक पीछे हट गए थे। अब प्रशासन मंदिर प्रबंधकों को आपसी सहमति से भवन हटाने के लिए मनाने में जुटा हुआ है। दिक्कत दूर होने से मिलेगा बड़ा लाभ

एनएच-58 की राह साफ होने से एनसीआर क्षेत्र को बड़ा लाभ होगा। आए दिन लगने वाले जाम से निजात मिलेगी। साथ ही दिल्ली से उत्तराखंड के बीच यात्रा सुगम होगी। इसके अलावा मुजफ्फरनगर से दिल्ली के बीच यात्रा के वक्त में भी कमी आएगी। साथ ही सड़क संकरी होने के कारण आए दिन होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर भी लगाम लगेगी। सफल हुआ दैनिक जागरण का अभियान

हाईवे चौड़ीकरण में बाधक बने धार्मिक स्थलों को लेकर दैनिक जागरण ने अभियान शुरू कर कई बार समस्या को प्रमुखता से प्रकाशित किया। साथ ही उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद के साथ मुख्य सचिव राजीव कुमार समक्ष भी उठाया। साथ ही विभिन्न पक्षों से भी वार्ता कर समस्या के निदान की राह दिखाई।

जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने बताया कि हाईवे-58 स्थित खड़ौली मस्जिद चौड़ीकरण में बड़ी समस्या बनी हुई थी। एनएचएआइ के अधिकारियों से भवन का मुआवजा निर्धारित कराया और मस्जिद प्रबंधकों से वार्ता कर भवन को हटाने के लिए राजी किया।

व्यवस्थापक, खड़ौली मस्जिद हाजी इरफान ने बताया कि एनएच चौड़ीकरण के लिए मस्जिद के जरूरी हिस्से को हटाया जा रहा है। प्रशासन ने हमारी मुआवजे आदि से संबंधित मांगों को स्वीकार कर लिया है।


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