सासद व विधायकों ने डॉ. वेद से जताई नाराजगी
कोरोना के इलाज को लेकर मेरठ के जनप्रतिनिधियों ने डा. वेद प्रकाश से नाराजगी जताई है।
सासद व विधायकों ने डॉ. वेद से जताई नाराजगी
मेरठ, जेएनएन। कोरोना के इलाज को लेकर मेरठ के जनप्रतिनिधि संतुष्ट नहीं हैं। शासन से ओएसडी बनाकर मेरठ भेजे गए डा. वेदप्रकाश से शनिवार को सर्किट हाउस में सासद, राज्यसभा सदस्य और विधायकों के साथ बैठक में कई खास बातों का जिक्र सामने आया। सासद राजेंद्र अग्रवाल ने साफ किया कि संक्रमित मरीज की मौत हो या असंक्रमित आखिर शव देने में तीन-तीन दिन लगने का क्या प्रोटोकाल है?
सासद ने कहा कि नॉन कोविड मरीजों के इलाज पर जोर देने की बात चल रही है, जबकि यहा 24 घटे कोरोना जाच के नाम पर गंवा दिए जाते हैं। आखिर इस गोल्डन आवर को बर्बाद क्यों किया जा रहा है। उन्होंने पूछा कि आयुर्वेदिक काढ़ा देने में क्या दिक्कत है, जबकि आयुष मंत्रालय इसे उपयोगी बता चुका है। जनप्रतिनिधियों ने माना कि कोरोना वार्ड में इलाज को लेकर आशिक सुधार है, किंतु संतोषजनक नहीं।
कैंट विधायक सत्यप्रकाश अग्रवाल ने कहा कि ओपीडी से कोरोना वार्ड के बीच मरीजों को बड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। इमरजेंसी आपरेशन, प्रसव व अन्य जटिल बीमारियों वाले मरीजों को तत्काल इलाज मिलना चाहिए। राज्यसभा सदस्य काता कर्दम ने कहा कि पश्चिमी उप्र का सबसे बड़ा सेंटर बना मेडिकल कालेज कई बार खामियों की वजह से चर्चा में आया, जिसमें अधिकतम सुधार की जरूरत है। दक्षिण विधायक डा. सोमेंद्र तोमर ने कहा कि डाक्टरों के पास मरीजों का आकड़ा नहीं। मेडिकल स्टाफ के व्यवहार पर भी काम करने की आवश्यकता है। सपा विधायक रफीक अंसारी भी मीटिंग में शामिल हुए। कार्यालय में सैनिटाइजर की व्यवस्था के निर्देश
मेरठ, जेएनएन। सरधना केसरकारी कार्यालय में रखे गये फुट पैडल सैनिटाइजर स्टैंड में लगी बोतल खाली होने की खबर का संज्ञान लेकर एसओ और बीडीओ ने सैनिटाइजर भरवा दिया। साथ ही कार्यालय आने वाले लोगों के हाथ सैनिटाइज करने के बाद ही कार्यालय में एंट्री के निर्देश दिए गए।
दैनिक जागण ने शनिवार के अंक में खबर को सचित्र प्रकाशित किया तो एसओ और बीडीओ ने इसे गंभीरता से लिया ओर सैनिटाइजर की बोतल सुबह ही भरवा दी गई।