मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात आदेश पर हत्या, लूट और रंगदारी के 30 से ज्यादा मुकदमे दर्ज
एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया कुख्यात आदेश बालियान का वेस्ट यूपी में खौफ था। बड़े उद्योगपति से रंगदारी लूट और अपहरण की वारदातों को अंजाम दे चुका था।
मेरठ, जेएनएन : एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया कुख्यात आदेश बालियान का वेस्ट यूपी में खौफ था। बड़े उद्योगपति से रंगदारी, लूट और अपहरण की वारदातों को अंजाम दे चुका था। उसने दिल्ली के रोहिणी में भी कई वारदातों को अंजाम दिया। गत वर्षो में अपना ठिकाना दिल्ली और गाजियाबाद में बना लिया था। पिछले काफी दिनों से आदेश एसटीएफ की रडार पर था। दिल्ली से भी कई मुकदमों में वांछित होने के बाद वहां की पुलिस भी उसे तलाश रही थी। आदेश का वेस्ट यूपी में पूरा खौफ था। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में तीस से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। बदमाश के कब्जे से दो पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद हुए हैं। बाइक भी बरामद हुई है।
ट्रेन से कूद कर भागा था कुख्यात
23 अप्रैल 2016 को दिल्ली रोहिणी कोर्ट की पेशी के बाद आदेश बालियान बरेली जाते समय इंटरसिटी ट्रेन से कूदकर फरार हो गया था। गजरौला पुलिस ने उसे 24 घंटे के अंदर ही पकड़ लिया था। इस घटना के बाद आदेश को ले जाने वाले पुलिसकर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई भी की गई थी। उसकी धरपकड़ के बाद सिपाहियों को थाने से जमानत पर छोड़ा गया था।
दूसरे साथी की तलाश में रातभर कांबिंग
मुजफ्फरनगर के एसटीएफ के साथ मीरापुर समेत कई थानों की पुलिस आदेश के फरार साथी की तलाश में रातभर कांबिंग करती रही। मेरठ पुलिस भी सतर्क रही।
आदेश का भाई हरीश भी दो लाख का इनामी
मुजफ्फरनगर के मीरापुर इलाके में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया एक लाख का इनामी बदमाश आदेश बालियान गाव की खूनी रंजिश के चलते अपराध की दूनिया में कूद पड़ा था। करीब 13 साल पहले मामूली विवाद को लेकर शुरू हुई रंजिश दोनों पक्षों के करीब 40 लोगों की जान ले चुकी है। आदेश भी कई हत्याओं में शामिल रहा है।
भोराखुर्द गाव में वर्ष 2006 में एक चबूतरे के विवाद को लेकर शोभाराम और सतीश पक्ष में रंजिश शुरू हुई थी। इस रंजिश में दोनों पक्षों के करीब 40 लोग मारे जा चुके हैं। मुठभेड़ में मारा गया आदेश बालियान हिस्ट्रीशीटर सतीश का भाई था। सतीश भी मारा जा चुका है। दूसरे पक्ष के शोभाराम का बेटा जितेंद्र भी पीएसी की नॉकरी छोड़कर अपराधी बन गया था। बाद में जितेंद्र भी मारा गया। यह अलग बात है कि पिछले 2-3 साल से रंजिश में कोई हत्या नहीं हुई। दोनों पक्ष शात हैं। आदेश के बारे में बताया गया है कि योगी सरकार के भय से वह लोनी में जाकर छिपा हुआ था। हालाकि एसटीएफ काफी समय से उसके पीछे लगी हुई थी। आदेश का भाई हरीश भी इनामी बदमाश है। उस पर दो लाख का इनाम है। पुलिस उसकी भी तलाश में जुटी है।
इन्होंने कहा-
कुख्यात आदेश बालियान ने घेराबंदी के बाद पुलिस पर फायरिग कर दी थी। जवाब में पुलिस ने फायरिग की, जिसमें गोली उसके सीने में लग गई। घायल को अस्पताल ले गए, जहां उपचार के दौरान आदेश ने दम तोड़ दिया। दूसरे बदमाश की तलाश की जा रही है।
अमिताभ यश, आइजी एसटीएफ