इवेंट मैनेजर बन चुके हैं मोदी-शाह : अजित
रालोद प्रमुख चौ. अजित सिंह लोकसभा चुनाव-2019 के लिए पश्चिमी उप्र में संजीवनी तलाश रहे हैं।
जासं, मेरठ : रालोद प्रमुख चौ. अजित सिंह लोकसभा चुनाव-2019 के लिए पश्चिमी उप्र में संजीवनी तलाश रहे हैं। वह भाजपा से ज्यादा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर हैं। उनका कहना है कि मोदी और अमित शाह इवेंट मैनेजमेंट टीम चला रहे हैं। उद्यमियों एवं कर्जखोरों की जेबें भरी जा रही हैं। मोदी को रोकने के लिए गठबंधन बेहद जरूरी है। दावा किया कि संघ ही ट्रांसफर-पोस्टिंग करता है।
सोमवार को सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि मोदी ने नोटबंदी और जीएसटी से देश की आर्थिक रीढ़ तोड़ दी है। किसानों का हितैषी होने का दंभ भरने वाले मोदी ने डीजल, पेट्रोल व खाद के दाम बढ़ा दिए। ट्रैक्टर को जीएसटी के दायरे में लाकर किसानों को छला। किसानों की आय दोगुना करने के बजाय खेती की लागत बढ़ा दी गई। गन्ना भुगतान को लेकर भी झूठे आंकड़े दिए जा रहे हैं। नोटबंदी से बड़ी संख्या में बेरोजगार हुए युवा अपराध में उतर गए। केंद्र सरकार ने इतना तगड़ा झटका दिया है कि आने वाली कोई भी सरकार आसानी से देश को नहीं संभाल पाएगी। छोटे चौधरी ने कहा कि हाल में किसानों का आक्रोश देखकर भाजपा सहम गई है। मोदी की जमीन पूरी तरह खिसक चुकी है।
दिसंबर तक साफ होगी गठबंधन की तस्वीर
रालोद प्रमुख ने कहा कि भाजपा के विरुद्ध महागठबंधन की तस्वीर दिसंबर तक साफ हो जाएगी। दावा किया कि सपा, बसपा व कांग्रेस एक मंच पर आई तो भाजपा यूपी में दहाई तक भी नहीं पहुंचेगी। हालांकि, शिवपाल यादव द्वारा अलग मोर्चा बनाने पर कोई टिप्पणी नहीं की। सीटों को लेकर भी कोई बात नहीं की और राहुल गांधी पर बोलने से भी बचे।
मी-टू पर बेनकाब हुई भाजपा
मी टू पर कहा कि भाजपा बेहद संवेदनहीन पार्टी बन चुकी है। उन्नाव कांड का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा अपने विधायक को बचाती रही, जबकि दुष्कर्म के आरोप में तत्काल गिरफ्तारी होती है। कठुआ कांड में बच्ची से दुष्कर्म पर भाजपा आरोपितों के पक्ष में खड़ी हो गई। प्रेसवार्ता में महासचिव त्रिलोक त्यागी, मेहराजुद्दीन, राजकुमार सांगवान, राहुल देव, सुनील रोहटा, सोहराब गयास, संदीप चौधरी आदि रहे। हम शुरू से बेंच के समर्थक होनी चाहिए स्थापना: अजित
मेरठ: रालोद मुखिया चौ. अजित सिंह ने कहा कि पश्चिमी उप्र की जनता को सस्ता व सुलभ न्याय दिलाने के लिए पश्चिम में हाईकोर्ट बेंच की शीघ्र स्थापना होनी चाहिए।
सोमवार को हाईकोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति पश्चिमी उप्र के चेयरमैन राजेंद्र सिंह जानी के नेतृत्व में अधिवक्ताओं के प्रतिनिधिमंडल ने सर्किट हाउस में रालोद मुखिया से मुलाकात कर बेंच का मुद्दा रखा। रालोद मुखिया ने कहा कि हम शुरू से पश्चिमी उप्र में हाईकोर्ट बेंच स्थापना के समर्थक रहे हैं। अधिवक्ता भी लंबे समय से संघर्षरत हैं। पश्चिमी उप्र की करीब आठ करोड़ जनता को सस्ता व सुलभ न्याय दिलाने के लिए यहां शीघ्र बेंच बननी चाहिए। पश्चिम में बेंच न होने से यहां के लोगों को सैकड़ों किमी दूर इलाहाबाद जाना पड़ता है। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र में भी हाईकोर्ट बेंच को प्रमुखता से शामिल किया जाएगा।