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Mission Examination: पहले जो पढ़ चुके हैं..अब उसी को दोहराएं Meerut News

छात्र- छात्राओं को अब कुछ नया पढ़ने की जगह पहले से पढ़ चुके हैं उसे दोहराते रहना चाहिए। सीबीएसई की काउंसलर डा. पूनम देवदत्त ने परीक्षार्थियों को कुछ जरूरी सुझाव भी दिए हैं।

By Prem BhattEdited By: Published: Mon, 10 Feb 2020 01:01 PM (IST)Updated: Mon, 10 Feb 2020 01:01 PM (IST)
Mission Examination: पहले जो पढ़ चुके हैं..अब उसी को दोहराएं Meerut News
Mission Examination: पहले जो पढ़ चुके हैं..अब उसी को दोहराएं Meerut News

मेरठ, जेएनएन। Mission Examination बोर्ड परीक्षा अब बिलकुल सिर पर हैं। जैसे-जैसे परीक्षा करीब आ रही हैं। बहुत से छात्र- छात्राओं में घबराहट हो रही है। जिसकी वजह से उनकी तैयारी प्रभावित हो रही है। परीक्षार्थियों को पूरे आत्मविश्वास के साथ तैयारी करना चाहिए। यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आइसीएसई, आइएससी के छात्र- छात्राओं को खुद में विश्वास में रखना चाहिए। बोर्ड परीक्षा इसी महीने से शुरू हो रही है। ऐसे में छात्र- छात्राओं को अब कुछ नया पढ़ने की जगह पहले से पढ़ चुके हैं, उसे दोहराते रहना चाहिए। सीबीएसई की काउंसलर डा. पूनम देवदत्त ने परीक्षार्थियों को कुछ जरूरी सुझाव भी दिए हैं।

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सिलेबस को ध्यान में रखकर रिवाइज करें

एग्जाम को हौवा समझकर परेशान न हों, सिलेबस को ध्यान में रखकर रिवाइज करते रहें। घर पर प्रश्नपत्र करते समय परीक्षा जैसा फील नहीं हो सकता है, इसलिए उसे लेकर चिंता न करें, खुद में विश्वास रखें कि परीक्षा में आप अच्छा करेंगे।

नींद नहीं आएगी, यह करें

कई बार तनाव में रहने की वजह से नींद आती है, सबसे पहले यह मानकर तैयारी करें कि परीक्षा कोई बहुत बड़ी चीज नहीं है, पूरे साल अगर मेहनत से पढ़ाई की है तो ईमानदारी से अपनी काबिलियत पर भरोसा रखते हुए पढ़े, शरीर को सुस्त मत रखें, कुर्सी या टेबल पर मेज पर बैठकर पढ़ाई करें, लेट कर पढ़ना ठीक नहीं है। इस समय खुद पर भरोसा रखना जरूरी है, तनावग्रस्त होने से भी भूख लगती है, इसलिए थोड़ा पीटी या वर्जिश आदि करते रहना चाहिए। लगातर पढ़ने की जगह ब्रेक लेकर पढ़ें, पढ़ते समय जो भी मुख्य बिंदु है उसे पेंसिल से लिखते चले। खुद को उत्साह रखते हुए मुस्कुराते हुए एक्टिव मोड में तैयारी करें, जो अभी तक पढ़ा है, उसे जारी रखें।

पढ़ते समय सक्रिय रहे

सबसे पहले विषय को समझना जरूरी होता है, रेगुलर क्लास अटेंड किया होगा तो यह समस्या नहीं आएगी। जो भी पढ़ें उसे बोल बोलकर पढ़ें। परिभाषाओं को लिखकर तैयार करें, पढ़ते समय एक्टिव रहें, अधिक से अधिक प्रैक्टिस करें। दिमाग को इधर उधर की बातों में ले जाने की बजाय यह सोचे कि सफल होने के बाद उन्हें हर कोई पसंद करेगा। एक बात और जब भी दिमाग निष्क्रिय लगे। तो सांस पर ध्यान दें, गंभीर लंबी सांस लें। इससे दिमाग को सुकून मिलेगा। परीक्षा सिर पर होने की वजह से इस समय पूरा ध्यान तैयारी पर लगाएं। जितनी तैयारी है, उसका रिवीजन करें, जहां समझ में नहीं आ रहा है, उसे पूछ लें । अब सिलेबस के आधार पर तैयारी करें। जो चैप्टर अभी तक नहीं पढ़ा है, उसमें अधिक वक्त देने से बचें। जो पहले से पढ़ा है उसे अच्छे से दोहराए।

अभिभावक थोड़ा ध्यान दें

इस समय छात्र- छात्रएं बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं, तो अभिभावकों को भी जिम्मेदारी है कि वह उन पर ध्यान दें, लेकिन तनाव देने से बचें। अपने बच्चे को दूसरे से तुलना मत करें। बच्चे के चेहरे पर मुस्कुराहट बनाए रखें। स्नेह से हौसला बढ़ाएं, इस समय कोई भी निगेटिव बात करने से बचना चाहिए।

कुछ जरूरी टिप्स

दूसरे किस तरह से पढ़ रहे हैं, इसकी तुलना मत करें, अपनी तैयारी पर भरोसा रखें।

पहले जो कुछ पढ़ चुके हैं, उसे अब दोहराते रहें।

अब नए टॉपिक को पढ़ने से बचें।

अधिक से अधिक समय अब पढ़ने में लगाएं।

टीवी, मोबाइल फोन, सोशल मीडिया को पूरी तरह से छोड़ दें।

मैथ्स की हर रोज एक से डेढ़ घंटे प्रैक्टिस करते रहें।

पढ़ने का यह तरीका सही है

पूरे साल पढ़ाई का जो पैटर्न रहा है, उसी पैटर्न को एग्जाम के समय भी फालो करना चाहिए। वैसे परीक्षा के समय कम से कम से पांच घंटे की नींद जरूरी है। रात में 11 बजे से पांच बजे तक नींद लेने के बाद उसके बाद सुबह से पढ़ाई किया जा सकता है, लेकिन जो भी समय पढ़ें, उस समय दिमाग फ्रेश हो, झपकी नहीं आनी चाहिए। पढ़ते समय कुर्सी मेज का इस्तेमाल करें, एक बार हैवी भोजन करने की जगह हल्का भोजन करें। 


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