'मेट्रो सिटी' में दौड़ेगी तीन डिब्बों वाली लाइट मेट्रो
रैपिड रेल के बीच हम सभी भूल जाते हैं कि मेरठ में मेट्रो भी शुरू होने वाली ह
मेरठ,जेएनएन। रैपिड रेल के बीच हम सभी भूल जाते हैं कि मेरठ में मेट्रो भी शुरू होने वाली है। यह मेट्रो अन्य शहरों से जुदा होगी। यह प्रत्येक पांच मिनट पर मिलेगी, लेकिन इसमें डिब्बे होंगे सिर्फ तीन। तीन डिब्बों वाली मेट्रो को लाइट मेट्रो कहा जाता है। यदि आपको इसके बारे में पता है तो बिल्कुल सही सोच रहे हैं। यहां पर लाइट मेट्रो चलेगी।
मेट्रो शहर के परिवहन की स्थिति में इतना ज्यादा बदलाव लाएगी जिसके बारे में अभी तक किसी ने सोचा भी नहीं होगा। सबसे व्यस्त मार्ग दिल्ली रोड और रुड़की रोड के लोगों के लिए मेट्रो सेवा बहुत फायदेमंद होगी। परतापुर के यात्री बेगमपुल से लेकर मोदीपुरम तक की यात्रा मेट्रो से बेहद सहूलियत के साथ कर सकेंगे। मेट्रो उसी पटरी पर चलेगी जिस पर रैपिड रेल चलेगी, लेकिन यहां मेट्रो की बात ज्यादा महत्वपूर्ण इसलिए हो जाती है क्योंकि रैपिड रेल का अधिकतम उपयोग दिल्ली -गाजियाबाद आने और जाने के लिए ही होगा। जबकि मेरठ के किसी भी हिस्से में जाने के लिए मेट्रो का उपयोग करना होगा। क्योंकि रैपिड रेल मेरठ शहर में सिर्फ चार स्टेशनों पर रुकेगी। यह स्टेशन हैं मोदीपुरम, बेगमपुल, शताब्दी नगर और भूड़बराल जबकि अन्य जो भी स्टेशन बन रहे हैं उस पर सिर्फ मेट्रो रुकेगी। इस तरह से हैं भूमिगत और एलिवेटेड स्टेशन
मेरठ के 21 किमी लंबे कारिडोर में मेरठ साउथ यानी भूड़बराल से लेकर मोदीपुरम तक 13 स्टेशन हैं, जिन पर मेरठ मेट्रो की ट्रांसिट सेवा स्थानीय निवासियों को मिल सकेगी। मेट्रो हर पांच मिनट में आएगी। इसमें डिब्बों की संख्या तीन होगी। मेरठ में तीन भूमिगत स्टेशन के अलावा बाकी के 10 स्टेशन एलिवेटेड हैं, जिसमें मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, एमईएस कालोनी, डोरली, मेरठ नार्थ, मोदीपुरम व मोदीपुरम डिपो है। भूमिगत हिस्से में भैंसाली स्टेशन, मेरठ सेंट्रल और बेगमपुल हैं।