सुधरी मेरठ की हवा, घटा प्रदूषण
यह हवा भी सेहत के लिए ठीक नहीं लेकिन गनीमत है कि गुरुवार को मेरठ में वायु प्रदूषण सबसे कम दर्ज किया गया।
मेरठ, जेएनएन। यह हवा भी सेहत के लिए ठीक नहीं, लेकिन गनीमत है कि गुरुवार को मेरठ वायु प्रदूषण के मामले में सुधरा। मेरठ में वायु प्रदूषण का स्तर सबसे कम दर्ज किया गया। यहां एक्यूआइ 232 मिला, जबकि पश्चिम यूपी में ज्यादातर शहरों में आकड़ा 300 से ज्यादा दर्ज हुआ। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक पिछले 24 घंटों के औसत में बागपत देश का सर्वाधिक प्रदूषित शहर रहा। यहां का औसत एक्यूआइ 331 दर्ज किया गया। यहां दिनभर 2.5 का स्तर 300 से ऊपर ही दर्ज किया गया। गाजियाबाद में कुछ देर के लिए एक्यूआइ 375 तक पहुंच गया।
गुरुवार को मेरठ में दोपहर एक से रात नौ बजे तक प्रदूषण में बड़ा सुधार दर्ज हुआ। दिन में हवा की गति तेज होने से प्रदूषण रुक नहीं पाया। उधर, दो दिन पहले ईपीएसी के कड़े रुख को देखते हुए विभागों में हलचल रही। दिन में कूड़ा जलाने की घटनाएं नहीं हुईं। औद्योगिक चिमनिया भी नियंत्रित रहीं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के योगेंद्र सिंह ने बताया कि वाहनों, जनरेटर, कंस्ट्रक्शन कारोबार और सड़कों की धूल से हवा में पीएम 2.5 व पीएम 10 की मात्रा बढ़ती है। इपीसीए ने जनरेटरों पर बैन लगाया है। कुछ शहरों में प्रदूषण का स्तर
शहर एक्यूआइ का स्तर
बागपत 331
ग्रेटर नोएडा 328
गाजियाबाद 318
फरीदाबाद 315
पानीपत 312
मेरठ 232