Meerut Weather Forecast: मेरठ और आसपास रात से हो रही झमाझम का दौर सुबह भी जारी, मौसम का मिजाज बदला
Meerut Weather Forecast मेरठ और आसपास के जिलों में बुधवार की रात से शुरू हुई तेज बारिश का दौर गुरुवार की सुबह भी जारी रहा। लोगों को ठंडक का अहसास हुआ।
मेरठ, जेएनएन। Meerut Weather Forecast: बुधवार की रात को काफी देर तक बारिश होने के बाद गुरुवार की सुबह भी आसमान पर काले घने बादल नजर आए हैं। सुबह करीब पौने सात बजे से मेरठ और आसपास के जिलों में रिमझिम फुहारों का दौर शुरू हो गया। मेरठ,बागपत, बुलंदशहर, शामली आदि जिलों में सुबह से ही झमाझम बारिश हो रही है। यह सिलसिला अब पूरे दिन जारी रहने की संभावना है। बुधवार की रात को अच्छी बारिश हुई, शाम से ही इसके आसार बन गए थे। मेरठ में अमूमन जुलाई और अगस्त में ही सर्वाधिक बारिश होती है। अगस्त का एक तिहाई समय बीत चुका है। मौसम विभाग ने भी तीन से चार दिनों तक अच्छी बारिश की संभावना जताई थी।
एक दो दिन में बदला मौसम
इसके पूर्व सोमवार को दिन में बारिश के बाद शाम को उसम और गर्मी ने बेहाल कर दिया था। मंगलवार की सुबह भी उसम भर गर्मी के साथ शुरुआत हुई। अभी आसमान साफ है, बारिश होने की संभावना नजर नहीं आ रही थी। रविवार की तड़के मेरठ और आसपास के कई जिलों में झमाझम बारिश ने मौसम का रुख बदलकर रख दिया था, सोमवार की सुबह भी आसमान पर बादल ही नजर आए और करीब 12 बजे के आसपास मेरठ शहर में रिमझिम शुरू हो गई थी। ऐसा लगता है कि पूरे दिन ही मौसम ऐसा ही बना रहेगा। हालांकि रविवार को दिन हुई बारिश के बाद शाम से लेकर रात तक उमस से काफी सताया। आज सोमवार को दिन की शुरुआत ठंडी हवाओं के साथ हुई। बादलों के छाए रहने के कारण वर्षा होने के भी आसार बनते नजर आ रहे हैं। रविवार को हुई बारिश के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी।
32 प्रतिशत कम बारिश
कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में अभी तक 32 प्रतिशत कम बारिश हुई है। फसलों के ग्रोथ के लिए बारिश होना जरूरी है। बताया कि बंगाली की खाड़ी से हवाओं का प्रवाह बढ़ा हुआ है। मानसून की अक्षीय रेखा दिल्ली के ऊपर से गुजर रही है। जिससे एनसीआर क्षेत्र में बारिश की संभावना बनी है।
बादल तो घिर-घिर कर आ रहे
मानसून मेरठ के साथ आंख-मिचौली खेल रहा है। बादल तो घिर-घिर कर आ रहे हैं लेकिन उनमें पानी बरसाने की क्षमता नहीं है। इस मौसम में तेज धूप उमस के साथ मिलकर कहर बरपा रही है। रविवार को सुबह के समय जब तक बादल नहीं छाए थे अधिकतम तापमान 37 डिग्री पहुंच गया। रविवार को दोपहर आसमान हल्के बादलों से पटा हुआ था। अधिक ऊंचाई के यह बादल काफी देर तक छाए रहे। जैसे-जैसे समय बढ़ा बादलों का रंग काला होता गया और ठंडी हवा ने मौसम का रंग अचानक बदल दिया। कहीं तेज तो कहीं हल्की बूंदाबांदी देखी गई। मौसम विभाग ने मामूली बारिश रिकार्ड की।
बागपत में जलभराव
रात भर से रुक रुककर हो रही बारिश से शहर में जलभराव की बड़ी समस्या खड़ी हो गई। शहर ही नहीं देहात क्षेत्र में भी बारिश से जलभराव को समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है। तालाबो का पानी ओवरफ्लो होकर घरों में भर गया जिसको लेकर लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार की रात लगभग दस बजे से शुरू हुई बारिश गुरुवार सुबह तक होती रही, जिससे शहर के बिनौली रोड, भगवान महावीर मार्ग, बाजार, कोताना रोड, गुराना रोड, बिजरौल रोड आदि पर कई कई फुट पानी भर गया, जिससे कितनी ही दुकानों और घरों में पानी भर गया। लोग दुकान और घरों से पानी निकालते रहे। उधर, बाछोड, लोयन, मलकपुर, सिरसली, बिनौली, दाहा, किशनपुर बराल, दाहा, दोघट, निरपुड़ा आदि गांवों में तालाब का पानी ओवरफ्लो होकर गली व घरों तक का पहुंचा। लोगों को घरों से पानी निकालने के दौरान भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। उधर, शहर में निर्माणाधीन दिल्ली सहारनपुर हाईवे पर जलभराव हो गया, जिससे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उधर, बारिश से ईंख की फसल को फायदा हुआ।