Weather Update: बारिश की संभावना धूमिल, उमस ने किया बेहाल, जानिए मौसम का हाल Meerut News
सोमवार को मेरठ और आसपास के क्षेत्रों में दिन में झमाझम बारिश के बाद मंगलवार को भी आसमान पर बादल छाए हुए थे। लेकिन दोपहर में सूरज के चमकने से उमस ने बेहाल कर दिया।
मेरठ, जेएनएन। Weather Updateसोमवार को मेरठ और आसपास के क्षेत्रों में दिन में झमाझम बारिश के बाद मंगलवार को भी सुबह के समय आसमान पर बादल छाए हुए थे। लेकिन दोपहर में आसमान में सूरज के चमकने से उमस से बेहाल कर दिया। अब बारिश होने की संभावना भी धूमिल ही नजर आने लगी। आज पुन: बारिश होने की संभावना जताई जा रही थी। मौसम विशेषज्ञों ने 29 को बारिश का पूर्वानुमान जताया था। सुबह से आसमान में बादलों की आवाजाही लगी रही थी। बताया 15 जुलाई तक मानसून का प्रदर्शन सामान्य से कमतर रहेगा। एक व दो जुलाई को भी बारिश के अनुमान है।
मानसून की आमद
बताते चलें कि मानसून औपचारिक रूप से पश्चिमी उत्तर प्रदेश और एनसीआर में पहुंच गया है, पर जोरदार बारिश अभी नहीं हुई है। सोमवार शाम को अचानक तेज आंधी के साथ घटाएं घिर आई थी। अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री रहा। वहीं आर्द्रता का अधिकतम प्रतिशत 76 और न्यूनतम प्रतिशत 27.4 डिग्री रहा। कृषि विवि के मौसम केंद्र के प्रभारी डा. यूपी शाही ने बताया कि मंगलवार को भी बारिश हो सकती है।
कई स्थानों पर बिजली हुई थी प्रभावित
सोमवार शाम लगभग पांच बजे तेज आंधी चली, जिससे पेड़ की टहनियां टूट गईं। कई स्थानों पर पेड़ बिजली के तारों से टकरा गए। कुछ स्थानों पर पोल गिर गए। इन सबकी वजह से विद्युतापूर्ति ठप हो गई। आंधी के बाद बारिश हुई। बारिश थमने के बाद विद्युतकर्मियों ने पेट्रोलिंग शुरू की, जिससे जहां-जहां दिक्कत थी, उसे सुधार कर आपूर्ति शुरू की गई। कुछ स्थानों पर छह बजे तक बिजली आ गई, पर अधिकतर स्थानों पर आठ बजे या उसके बाद आपूर्ति सुचारु हुई। कुछ क्षेत्र ऐसे भी रहे, जहां देर रात तक भी आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी।
बिजली आने का इंतजार
उधर, शाम के समय बिजली जाने से नगर निगम की ओर से की जाने वाली पेयजलापूर्ति भी समय से नहीं हो पाई। छह बजे ट्यूबवेल चलाकर ओवरहेड टैंक भरे जाते हैं या फिर सीधे आपूर्ति शुरू कर दी जाती है। उधर, मोबाइल व लैपटॉप की बैटरी भी चार्ज न होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। विद्युतापूर्ति के भरोसे रहने वाली कॉलोनियों में अंधेरा पसरा रहा। बारिश थमने के बाद काफी लोग छत, बालकनी या पार्क में बिजली आने का इंतजार करते रहे। आरटीओ फीडर, सदर, कंकरखेड़ा, माधवपुरम, रामलीला मैदान बिजलीघर से भी आपूर्ति कई घंटे तक नहीं हो पाई।
उमसभरी गर्मी से निजात
तेज आंधी के साथ आई बारिश ने सोमवार को उमसभरी गर्मी से निजात दिला दी। तेज आंधी से कई जगह पेड़ धराशायी हो गए, वहीं होíडंग और बैनर गिर गए। मौसम विशेषज्ञों ने आगामी दिनों में मानसून के जोर न पकड़ने की आशंका जताई है। बीच-बीच में बारिश होती रहेगी। उमसभरी गर्मी का सितम जारी रहेगा।
लाला के बाजार में पीपल का पेड़ गिरा, घायल
तेज आंधी के चलते शहर सर्राफा के पास लाला के बाजार में मंदिर के परिसर में खड़ा विशाल पीपल का पेड़ गिर पड़ा। पेड़ सामने के भगवत दयाल शर्मा के मकान में गिरा। जोरदार आवाज के भरभराकर पेड़ के मकान पर गिरने से छत क्षतिग्रस्त हो गई। उस समय मकान में महिलाएं और बच्चे थे। चीख-पुकार मच गई। पेड़ की भारी-भरकम डाल गिरीश अग्रवाल किताब वाले के सिर पर गिरने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए। संत कुमार वर्मा ने बताया कि स्थानीय लोगों ने एकत्र होकर बचाव कार्य किया। पेड़ लगभग पांच सौ साल पुराना बताया जा रहा है। यह पेड़ पीपलेश्वर मंदिर के परिसर में लगा है। पीपल के पेड़ के चलते ही इस मंदिर का नाम पीपलेश्वर महादेव मंदिर है। गिरीश को आनन-फानन में जिला अस्पताल ले जाया गया। गनीमत रही कि जब पेड़ गिरा तो सड़क पर कोई नहीं था। मेरठ बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के विजय आंनद ने बताया कि पुलिस को सूचना दिए जाने के काफी समय बाद पेड़ हटाना शुरू किया गया।