Meerut Lok Sabha Seat: मेरठ की जनता आज चुनेगी अपना सांसद, इन तीन प्रत्याशियों के बीच है टक्कर
लोकसभा चुनाव के द्वितीय चरण में शुक्रवार को मेरठ लोकसभा संसदीय क्षेत्र में मतदान होगा। अठारहवीं लोकसभा के चुनाव में इस बार मेरठ सीट भी काफी चर्चित है। मेरठ में सत्ता दल भाजपा के प्रत्याशी अरुण गोविल आईएनडीआईए गठबंधन से सुनीता वर्मा और और बसपा प्रत्याशी देवव्रत त्यागी के बीच मुकाबला माना जा रहा है। हालांकि मेरठ सीट पर कुल आठ प्रत्याशी मैदान में हैं।
जागरण संवाददाता, मेरठ। लोकसभा चुनाव के द्वितीय चरण में शुक्रवार को मेरठ लोकसभा संसदीय क्षेत्र में मतदान होगा। अठारहवीं लोकसभा के चुनाव में इस बार मेरठ सीट भी काफी चर्चित है। मेरठ में सत्ता दल भाजपा के प्रत्याशी अरुण गोविल, आईएनडीआईए गठबंधन से सुनीता वर्मा और और बसपा प्रत्याशी देवव्रत त्यागी के बीच मुकाबला माना जा रहा है। हालांकि, मेरठ सीट पर कुल आठ प्रत्याशी मैदान में हैं।
जानें इनका परिचय-
भाजपा के प्रत्याशी हैं अरुण चंद्र प्रकाश गोविल
71 साल के गोविल का जन्म मेरठ में हुआ और 10वीं तक की शिक्षा से यहीं से ली। शुरुआत के 17 साल मेरठ में व्यतीत करने के बाद वह पिता के स्थानांतरण होने पर अलग-अलग शहरों में रहे। शाहजहांपुर में बीएससी करने के बाद वह करियर की तलाश में मुंबई गए।
रामायण धारावाहिक में श्रीराम की भूमिका से ख्याति मिली। 2021 में भाजपा में शामिल हुए। पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी पत्नी श्रीलेखा गोविल अलीगढ़ के क्षत्रिय परिवार से हैं। एक बेटा व एक बेटी है। उनके ऊपर मुकदमा नहीं है। वह बेदाग छवि लेकर जनता के बीच हैं।
कांग्रेस-सपा गठबंधन से सपा प्रत्याशी हैं सुनीता वर्मा
49 वर्षीय सुनीता पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं। 11वीं तक पढ़ी सुनीता 2017 में बसपा के टिकट से महापौर बनीं। वर्ष 2000 में जिला पंचायत सदस्य बनने के साथ ही राजनीति में आईं। उनके पति योगेश वर्मा हस्तिनापुर से बसपा के टिकट पर विधायक रहे हैं।
उनके दो बेटा व एक बेटी है। बसपा से पति-पत्नी दोनों का निष्कासन होने के बाद दोनों सपा में चले गए थे। उन पर एक प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। वह अपने महापौर के दौरान काम और पति के संघर्ष को लेकर मैदान में हैं।
बसपा से प्रत्याशी हैं देवव्रत त्यागी
49 वर्षीय देवव्रत बसपा से 16 साल से जुड़े हैं। हालांकि, संगठन में बड़े पद पर नहीं रहे। वह दवा कारोबारी हैं और समाजसेवा करते रहते हैं। एक बेटा व तीन बेटियां हैं। उन पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं है न ही शस्त्र लाइसेंस है।
एलएलबी कर चुके त्यागी पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। अपनी बेदाग छवि और मायावती के मुख्यमंत्री रहने के दौरान किए गए कार्यों का हवाला देते हुए जनता के बीच में हैं। पिछली बार बसपा ने याकूब कुरैशी को मैदान में उतारा था।