मेरठ भी है कमिश्नर प्रणाली का हकदार, उम्मीदों को लगे ‘पंख’ Meerut News
लखनऊ और गौतमबुद्धनगर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद मेरठ को भी उम्मीद जगी है क्योंकि कमिश्नरी सिस्टम लागू करने की योजना में मेरठ का नाम भी पहले रखा जा चुका है।
मेरठ, जेएनएन। लखनऊ और गौतमबुद्धनगर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद मेरठ को भी उम्मीद जगी है, क्योंकि कमिश्नरी सिस्टम लागू करने की योजना में मेरठ का नाम भी पहले रखा जा चुका है। हालांकि अभी पहले चरण में गौतमबुद्धनगर में यह व्यवस्था लागू की गई है। आला अधिकारियों की मानें तो मेरठ समेत कुछ अन्य जिलों में भी यह व्यवस्था लागू हो सकती है। एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि सरकार ने लखनऊ और गौतमबुद्धनगर में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू कर बड़ा प्रयोग किया है।
बाद में दूसरे बड़े शहरों में लागू करेंगे
सफल होने के बाद उसे दूसरे बड़े शहरों में लागू कर दिया जाएगा। बताया कि कमिश्नर प्रणाली के तहत एक जनपद में दस आइपीएस अफसरों की तैनाती होगी। दो डीआइजी रेंक के अफसर पुलिस कमिश्नर के नीचे तैनात किए है। एक कानून व्यवस्था देखेंगे, जबकि दूसरे अफसर अपराध पर फोकस करेंगे। कानून व्यवस्था और अपराध दोनों अलग-अलग भागों में बंट गए है। ऐसे में अपराध पर पूरी तरह अंकुश लग सकेगा। बताया कि दोनों जनपदों में प्रक्रिया पास होने के बाद मेरठ को भी पुलिस कमिश्नर का दर्जा मिलेगा। हालांकि पहले भी नोएडा, गाजियाबाद और हापुड़ की अलग से रेंज बनाने पर विचार हुआ था।
पुलिस के सवाल
गौतमबुद्धनगर के पुलिस कमिश्नर बनने के बाद अब रेंज के पुलिसकर्मियों के जहन में सवाल उठ रहा है कि क्या उनकी तैनाती यहीं से गौतमबुद्धनगर होगी। इस पर एडीजी प्रशांत कुमार का कहना है कि गौतमबुद्धनगर को मेरठ रेंज से अलग कर दिया है। उसे सीधे लखनऊ से जोड़ दिया है। संभवत अब नई नीति के मुताबिक लखनऊ से ही पुलिसकर्मियों की तैनाती भी की जाएगी। हालांकि इस पर पूरी तरह से नियमावली बन रही है।
आम आदमी के सवाल
151 के तहत गिरफ्तारी और जमानत देने का अधिकार से कहीं पुलिस निरंकुश तो नहीं हो जाएगी?
ड्राइविंग लाइसेंस रद करने के अधिकार का दुरुपयोग तो नहीं होगा?
चेकिंग के नाम पर मनमानी तो नहीं होगी?
सड़क से अवैध कब्जे हटाने के नाम पर ठेला व गुमटी वालों को परेशान तो नहीं करेगी?
सिस्टम बदलने से महिलाओं को क्या अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी?
नए आइजी प्रवीण कुमार बुधवार को लेंगे चार्ज
शासन ने नई कमिश्नर प्रणाली लागू करने के बाद प्रवीण कुमार त्रिपाठी को मेरठ रेंज के आइजी पद पर तैनाती दी है, बुधवार को प्रवीण कुमार लखनऊ से मेरठ पहुंचकर चार्ज लेंगे। फिलहाल उन पर प्रदेश में आइजी कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी थी। उनका कहना है कि महिला अपराध और कानून व्यवस्था प्राथमिकता है। आइजी प्रवीण कुमार त्रिपाठी से फोन पर बातचीत की गई। उनका कहना है कि बुधवार को लखनऊ से मेरठ पहुंचकर चार्ज ग्रहण करेंगे। सोमवार की शाम ही उन्हें स्थानांतरण का आदेश मिला है।
पश्चिमी यूपी से हैं परिचित
त्रिपाठी ने बताया कि पश्चिमी यूपी से पूरी तरह परिचित है। मुजफ्फरनगर के दंगे में भी उनकी तैनाती बतौर एसएसपी की गई है। बसपा शासन कॉल में मुजफ्फरनगर में उनका सबसे ज्यादा तैनाती रही है। उसके बाद 2012 में गौतमबुद्धनगर के एसएसपी बनाए गए थे। वहां से फिर उन्हें मुजफ्फरनगर का कप्तान बनाया गया था। बीमारी के कारण खुद ही वहां से हट गए थे। बाद में 2014 में एसएसपी लखनऊ के पद पर तैनाती मिली थी। लखनऊ में प्रवीण कुमार काफी चर्चा में आ गए थे, जब एसओ राम प्रसाद यादव ने अपने थाने में एसएसपी के खिलाफ जीडी में तस्करा डाल दिया था। विवाद इतना चर्चित रहा कि उन्हें हटाना पड़ा। हालांकि 2016 में फिर डीआइजी लखनऊ के पद पर तैनाती मिली। फिलहाल आइजी कानून व्यवस्था का जिम्मा संभाल रहे थे।
प्रोफाइल
नाम - प्रवीण कुमार त्रिपाठी
पद - आइजी रेंज, मेरठ
पिता - शिव कुमार त्रिपाठी
घर - जालौन उत्तर प्रदेश
बैच - 2001