Meerut: सेना भर्ती में सेंधमारी के प्रयास का भंडाफोड़, एसटीएफ ने हवलदार पकड़ा, पांच लाख में किया था सौदा
मेरठ में एसटीएफ ने सेना भर्ती में सेंधमारी का प्रयास करने मामले में आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। वर्तमान में वह सेना में हवलदार है और उसकी तैनाती पुणे में है। एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए उसे सदर थाना पुलिस को सौंप दिया।
जागरण संवाददाता, मेरठ। एसटीएफ ने सेना भर्ती में सेंधमारी के प्रयास का भंडाफोड़ करते हुए सेना के हवलदार को गिरफ्तार किया है। उसने एक अभ्यर्थी से पांच लाख रुपये में सौदा तय किया था। मेडिकल टेस्ट से पहले वह रकम लेने के लिए आया था। उसके पास से कुछ अभ्यर्थियों के दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। सदर थाने में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।
पांच लाख रुपये में तय हुआ सौदा
एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक ब्रजेश सिंह के मुताबिक गौतमबुद्धनगर जिले के दादरी थाने के लुहारली गांव निवासी साहिल ने बताया कि उसका भाई प्रशांत सेना में भर्ती होने के लिए मुजफ्फरनगर गया था, जहां उसकी मुलाकात संदीप नाम के लड़के से हुई। उसने बताया कि तनुज नाम का युवक भर्ती करा सकता है। उसका नंबर देकर बात करने के लिए कहा। प्रशांत ने बात की तो उससे पांच लाख रुपये में सौदा तय हुआ।
मेडिकल टेस्ट से पहले देने थे ढाई लाख
तनुज के कहने पर प्रशांत ने ढाई लाख रुपये 26 तारीख को नरेश को दिए थे, जबकि 27 तारीख को मेरठ के मिलिट्री हास्पिटल में मेडिकल टेस्ट से पहले ढाई लाख रुपये देने थे। मंगलवार दोपहर को एसटीएफ ने रुपये लेने आए नरेश को गिरफ्तार कर लिया। उसने बताया कि वह गाजियाबाद जिले के मसूरी थानाक्षेत्र के मसौता गांव का रहने वाला है। वर्तमान में वह सेना में हवलदार है और उसकी तैनाती सिग्नल कोर हेड क्वार्टर-तीन ईडब्ल्यू ब्रिगेड पुणे में है। एसटीएफ ने उसे सदर पुलिस को सौंप दिया। उसके पास से एक मोबाइल, एक हजार रुपये, कुछ अभ्यर्थियों के दस्तावेज और सेना का कार्ड मिला है।
भाइयों के साथ मिलकर चला रहा था गिरोह
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि संदीप निवासी गायत्री नगर शाहजहांपुर जिला हापुड़ उसका रिश्तेदार है। इसके अलावा सौरभ और तनुज निवासी मोरपुर हापुड़ भी रिश्ते के भाई हैं। वर्ष 2018 से वह सेना में भर्ती कराने के नाम पर युवकों को शिकार बना रहे हैं। वह सेना में है, इसलिए सब उसकी बातों में आ जाते हैं। इसलिए वह भी गिरोह में शामिल हो गया।
एक माह की छुट्टी पर आया है नरेश
पुलिस के मुताबिक नरेश एक माह की छुट्टी पर आया हुआ है। उसके मोबाइल से भी अहम राज निकल सकते हैं। आरोपितों ने बड़ी संख्या में युवकों से ठगी की है। आरोपित भर्ती में आने वालों के साथ ही कोचिंग में पढ़ने वालों पर नजर रखते हैं। अन्य आरोपितों को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।