LIVE Meerut Coronavirus News Update: मेरठ और आसपास कोरोना का कहर, एक और मौत, 131 नए पॉजिटिव
जिले में कोरोना मीटर दो हजार की तरफ बढ़ रहा है। बुधवार को एक जूनियर डॉक्टर समेत 28 मरीजों में वायरस मिला वहीं 77 साल के मवाना निवासी मरीज की मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई।
मेरठ,जेएनएन। कोरोना महामारी का कहर मेरठ और आसपास के जिलों में जारी है। बुधवार को कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हो गई और 131 नए केस मिले हैं। मेरठ के सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि कोरोना से बुधवार को जिले में एक और मौत हुई। यहां मृतक संख्या 89 पहुंच गई है। 28 नए केस मिलने से संख्या 1845 हो गई है। सहारनपुर में 26 नए केस मिलने से संख्या 669 हो गई।
यह है आसपास का हाल
शामली में बुधवार को 20 नए केस मिलने से संख्या 322 पहुंच गई। बिजनौर में 19 नए केस मिलने से संख्या 588 हो गई है। बुलंदशहर में 16 नए केस मिलने से संख्या 1105 हो गई है। बागपत में 13 नए केस मिलने से संख्या 551 हो गई। मुजफ्फरनगर में नौ नए केस मिलने के बाद संख्या 620 तक पहुंच गई है। इन बढ़ते केसों के बीच आज कुछ सुखद यह रहा कि मेरठ व आसपास के जिलों में 279 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे।
मेरठ में दो हजार की ओर
मेरठ जिले में कोरोना मीटर दो हजार की तरफ बढ़ रहा है। बुधवार को एक जूनियर डॉक्टर समेत 28 मरीजों में वायरस मिला, वहीं 77 साल के मवाना निवासी मरीज की मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। अब तक 76.33 फीसद मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। सीएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि नम मौसम की वजह से वायरस हवा में ज्यादा देर रुक रहा है, ऐसे में संक्रमण का खतरा बना हुआ है। बुधवार को 1610 सैंपल को जांच के लिए भेजा गया।
1741 की जांच की
1741 की जांच की गई। इसमें 28 लोगों में कोरोना मिला। सुभारती मेडिकल कालेज का 28 साल का जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर संक्रमित हो गया, जो लोकप्रिय अस्पताल में भर्ती था। एक पुलिसकर्मी भी कोरोना पॉजिटिव मिला है। वर्तमान में जिले में 349 एक्टिव केस हैं। 650 सैंपल की जांच वेटिंग में है, जबकि अब तक 1403 मरीज डिस्चार्ज किये जा चुके हैं। मेरठ में रिकवरी रेट लगातार 70 फीसद से ज्यादा है, जिसे शासन ने बेहतर बताया है।
ठीक होने वाले भी बढ़े
मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड प्रभारी डॉ. सुधीर राठी ने बताया कि ऑक्सीजन पर करीब एक चौथाई मरीज पहुंचते हैं, लेकिन ज्यादातर आसानी से ठीक भी हो गए। जल्द ही रेमडेसिविर दवा भी कैंपस में उपलब्ध हो जाएगी। शासन ने इसके लिए पत्र लिखा है। अब तक छह मरीजों को यह दवा दी गई है। सामान्य रूप से गंभीर मरीजों में यह दवा बेहतर काम करती है, लेकिन वेंटिलेटर पर रखे मरीजों में कारगर नहीं मिल रही।