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मेरठ : कोरोनाकाल में बेसहारा हुए बच्‍चों के अधूरे आवेदन को कराया पूरा, 132 को मदद देने की तैयारी

कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने तमाम बच्चों को बेसहारा करने के साथ बड़ी संख्या में अनाथ भी कर दिया है। ऐसे बच्चों के जीवन को बर्बाद होने से बचाने के लिए केंद्र के साथ प्रदेश सरकार ने भी मदद की बड़ी पहल की है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Sun, 20 Jun 2021 08:30 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jun 2021 08:30 AM (IST)
मेरठ : कोरोनाकाल में बेसहारा हुए बच्‍चों के अधूरे आवेदन को कराया पूरा, 132 को मदद देने की तैयारी
मेरठ में बेसहारा और अनाथ बच्चों की मदद के लिए उतरी जिला स्तरीय टास्क फोर्स।

मेरठ, जेएनएन। कोरोना काल में अपनों को खोकर बेसहारा और अनाथ हुए बच्चों को मदद देने की तैयारी शुरू कर दी गई है। पहले चरण में 132 अधूरे आवेदनों को पूरा कर सूची तैयार कर ली गई और बजट के लिए सूची शासन को भेज दी गई है। अगले कुछ दिनों में बजट प्राप्त होते ही पैसा पात्र बच्चों के खातों में भेज दिया जाएगा। इसके अलावा सामने आ रहे अन्य बच्चों का घर-घर जाकर सत्यापन किया जा रहा है।

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कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने तमाम बच्चों को बेसहारा करने के साथ बड़ी संख्या में अनाथ भी कर दिया है। ऐसे बच्चों के जीवन को बर्बाद होने से बचाने के लिए केंद्र के साथ प्रदेश सरकार ने भी मदद की बड़ी पहल की है। योजना के अनुसार मंडल के सभी जनपदों में ऐसे बच्चों को तलाश किया गया और उनका सत्यापन कराने के बाद मदद देने के लिए आवेदन प्राप्त करने शुरू कराए गए। पहले चरण में हुई जांच-पड़ताल में सामने आया कि मंडल के जनपदों में 65 बच्चे अनाथ हुए और 409 बच्चे मां या पिता की मौत हो जाने के कारण बेसहारा हो गए।

लगातार बढ़ती संख्या को देखकर अधिकारियों ने पात्र बच्चों के आवेदन प्राप्त कराना शुरू किया। 132 बच्चों के आवेदन फार्म को तमाम प्रमाण पत्र के साथ पूरा कराया गया। इसके बाद सूची तैयार कर बजट प्राप्त करने के लिए शासन को भेज दी। हालांकि अभी गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद के बच्चों की सूची अधूरी होने के कारण दोनों जनपदों के बच्चों का आवेदन अभी शासन को भेजा नहीं जा सका है। एक-दो दिन में प्रक्रिया पूर्ण कर सूची शासन को भेज दी जाएगी।

टास्क फोर्स कर रही मदद

मदद प्राप्त करने के लिए पात्र बच्चों को सात तरह के प्रमाण पत्र और 21 सवालों का जवाब आवेदन फार्म में देना है। सबसे अधिक दिक्कत प्रमाण पत्र को लेकर सामने आई। ऐसे में गठित की गई जिला स्तरीय टास्क फोर्स ने पीडि़त बच्चों की मदद की और तेजी से प्रमाण पत्र जारी कराएं। इसके अलावा आवेदन फार्म की गलतियों को भी ठीक कराया।

मंडल की स्थिति

जिला बेसहारा अनाथ पूर्ण आवेदन

मेरठ 94 08 28

गाजियाबाद 109 24

गौतमबुद्धनगर 77 07 

बुलंदशहर 29 10 32

हापुड़ 58 10 58

बागपत 42 06 24

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कुल 409 65 132

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इनका कहना है   

कोरोना काल में बेसहारा और अनाथ हुए बच्चों को मदद देने के लएि आवेदन प्राप्त कर सूची तैयार की गई है। शासन को सूची भेजकर अब बजट मिलने का इंतजार हैं। बजट मिलते ही पात्रों के खाते में भेज दिया जाएगा।

- महेश कुमार कण्डवाल, उप निदेशक, महिला कल्याण विभाग


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