मेरठ कॉलेज में अब बीकॉम-एलएलबी की भी पढ़ाई
चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध ऐतिहासिक मेरठ कॉलेज 127 साल पुराना है। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन से कॉलेज को हेरिटेज का दर्जा मिल चुका है। नैक से कॉलेज को बी ग्रेड प्राप्त है। स्नातक स्तर पर 23 और परास्नातक स्तर पर 22 विषयों में पढ़ाई होती है। कॉलेज कोएड है लेकिन छात्राओं की संख्या भी अधिक है। नए शैक्षणिक सत्र में मेरठ कॉलेज बीकॉम-एलएलबी की भी पढ़ाई शुरू हो सकती है।
मेरठ । चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध ऐतिहासिक मेरठ कॉलेज 127 साल पुराना है। यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन से कॉलेज को हेरिटेज का दर्जा मिल चुका है। नैक से कॉलेज को बी ग्रेड प्राप्त है। स्नातक स्तर पर 23 और परास्नातक स्तर पर 22 विषयों में पढ़ाई होती है। कॉलेज कोएड है, लेकिन छात्राओं की संख्या भी अधिक है। नए शैक्षणिक सत्र में मेरठ कॉलेज बीकॉम-एलएलबी की भी पढ़ाई शुरू हो सकती है।
कॉलेज में पहले से तीन वर्षीय एलएलबी पाठ्यक्रम संचालित है। इसमें 180 सीटें हैं। अभी तक विधि का कोर्स करने वाले छात्रों को पहले तीन साल स्नातक का कोर्स पूरा करना पड़ता है, फिर तीन वर्षीय एलएलबी में प्रवेश मिलता है। इस तरह छह साल लगता है। बीकॉम- एलएलबी का पाठ्यक्रम पांच वर्षीय है। इसमें बीकॉम की पढ़ाई के साथ एलएलबी की डिग्री पूरी हो जाएगी। छात्रों को एक साल का समय बचेगा।
खिलाड़ियों की भी पहली पसंद
32 एकड़ क्षेत्रफल में फैले मेरठ कॉलेज में 12 हजार से अधिक विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते हैं। कॉलेज में एकेडमिक के अलावा स्पोर्ट्स के भामाशाह स्पोर्ट्स स्टेडियम है। जहां क्रिकेट, बैडमिंटन, स्वीमिंग, एथलेटिक्स आदि कई गेम की सुविधा है। जो खिलाड़ियों को सबसे अधिक आकर्षित करता है। स्नातक कक्षाओं में खिलाड़ियों की पहली पसंद मेरठ कॉलेज में प्रवेश लेने की रहती है।
स्नातक में ये कोर्स संचालित
बीए में हिदी, अंग्रेजी, उर्दू, संस्कृत, ललित कला, इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, दर्शनशास्त्र, मनोविज्ञान, रक्षा अध्ययन, भूगोल, शारीरिक शिक्षा, गणित, सांख्यिकी विषय हैं। बीएससी में बायोलॉजी, सांख्यिकी और मैथ्स हैं। इसके अलावा बीकॉम की डिग्री भी प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा सेल्फ फाइनेंस में कई प्रोफेशनल कोर्स भी संचालित हैं।
परास्नातक में ये कोर्स
एमए में हिदी, अंग्रेजी, संस्कृत, उर्दू, ललितकला, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, रक्षा अध्ययन, भूगोल, दर्शनशास्त्र, समाजशास्त्र, इतिहास, गणित हैं। एमकॉम, एलएलबी, एलएलएम, बीएड, एमपीएड के कोर्स भी उपलब्ध हैं। एमएससी में रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, जंतु विज्ञान, भौतिक विज्ञान, गणित, सांख्यिकी विषय है। कॉलेज में वनस्पति विज्ञान, जंतु विज्ञान, रक्षा अध्ययन सहित कई विभाग प्रवेश के लिए छात्र इच्छुक रहते हैं।
बीए में विषय संयोजन का ध्यान रखें
मेरठ कॉलेज में बीए में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं को विषय संयोजन का ध्यान रखना चाहिए। जिसमें अर्थशास्त्र के साथ दर्शनशास्त्र, हिदी के साथ उर्दू, गणित के साथ संगीत, सैन्य अध्ययन के साथ गृह विज्ञान, राजनीति विज्ञान के साथ सांख्यिकी, मनोविज्ञान के साथ भूगोल, समाजशास्त्र के साथ चित्रकला और शिक्षा के साथ मनोविज्ञान या दर्शनशास्त्र जैसे विषय नहीं ले सकते।
कॉलेज के कुछ पुरातन छात्र
मुरली मनोहर जोशी (पूर्व मानव संसाधन मंत्री), कुशनपाल सिंह (डीएलएफ लिमिटेड के अध्यक्ष), जमील जालिबी (कराची विश्वविद्यालय के कुलपति रहे), सत्यपाल मलिक (राज्यपाल, जम्मू कश्मीर), वीरेंद्र वर्मा ( पंजाब, हरियाणा के राज्यपाल रहे), वीरेंद्र सिंह (प्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी) आदि। स्नातक में इन सीटों पर होने हैं प्रवेश
बीए - 880
बीकॉम -486
बीएससी बायोलॉजी-480
बीएससी मैथ्स- 480
बीएससी स्टेटिक्स- 84 इनका कहना-
कॉलेज में सुविधा बढ़ी है, अनुशासन बनाए रखने के लिए हमने वालंटियर भी बनाए। नए टीचर भी आए हैं। इससे शैक्षणिक माहौल बदल रहा है। मेरठ कॉलेज अपनी समृद्ध विरासत को आगे भी कायम रखेगा। ऐसी उम्मीद है।
-डा. आभा चंद्रा, प्राचार्य, मेरठ कॉलेज