हस्तिनापुर एसओ मामला : फार्म हाउस बनाने में अपने ही चंगुल में फंसे एसओ, सीओ इन बिंदुओं पर करेंगे जांच Meerut News
हस्तिनापुर थाने के एसओ धर्मेंद्र सिंह अपने ही थानाक्षेत्र में लाखों की कीमत का फार्म हाउस बनाने के मामले में चौतरफा घिर गए हैं। दो बीघा जमीन में फार्म हाउस बनाने में इतनी मोटी रकम एसओ ने कहां से खर्च की इसकी जांच सीओ मवाना को सौंपी गई है।
मेरठ, जेएनएन। हस्तिनापुर थाने के एसओ धर्मेंद्र सिंह अपने ही थानाक्षेत्र में लाखों की कीमत का फार्म हाउस बनाने के मामले में चौतरफा घिर गए हैं। दो बीघा जमीन में फार्म हाउस बनाने में इतनी मोटी रकम एसओ ने कहां से खर्च की, इसकी जांच सीओ मवाना को सौंपी गई है। साथ ही छह माह पहले छात्र को अवैध हिरासत में रखने पर एसओ को लाइन हाजिर कर दिया है। उनके चाणक्यपुरी शास्त्रीनगर आवास में बिजली विभाग ने छापा मारकर तीन साल से हो रही बिजली चोरी पकड़ी है। धर्मेंद्र के खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
बेटी के नाम से है फार्म हाउस
सपा सरकार के समय से जनपद में तैनात धर्मेंद्र सिंह पांच थानों के प्रभारी रह चुके हैं। मेरठ के चाणक्यपुरी शास्त्रीनगर स्थित भवन के फ्लैट संख्या एस-2 में रहते हैं। हाल में धर्मेंद्र पर एसओ हस्तिनापुर थाने का चार्ज था। थानेदार रहते हुए ही एसओ ने हस्तिनापुर अभ्यारण्य क्षेत्र में लाखों की कीमत से फार्म हाउस बनवाया। फार्म हाउस में स्वीमिंग पूल से लेकर लान तक हैं। इसकी जांच एसएसपी अजय साहनी ने सीओ मवाना को जांच सौंपी है। हालांकि एसओ का तर्क है कि पुलिस विभाग से रिटायर हुए उनके ससुर ने अपनी बेटी के नाम से फार्म हाउस बनवाया है।
अफसरों से की थी शिकायत
सीओ ने एसओ से उनके खाते की डिटेल मांगी है। इसके अलावा छह माह पहले लड़की के अपहरण के मामले में एसओ ने राजकुमार के बेटे को स्कूल से पकड़कर लाकअप में डाल दिया था। राजकुमार ने अफसरों से शिकायत की थी, जिसकी जांच एसपी क्राइम रामअर्ज को दी गई। एसपी क्राइम ने बताया कि हवालात की सीसीटीवी फुटेज में राजकुमार के बेटे को रातभर रखने का मामला सामने आया है। इसके लिए एसओ को दोषी मानते हुए कप्तान ने लाइन हाजिर कर दिया।
तीन साल से एसओ चोरी कर रहे थे बिजली
हालांकि एसओ को हटाने के मामले को अभी फार्म हाउस प्रकरण से ही जोड़कर देखा जा रहा है। उसके बाद शाम को विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता द्वितीय सोनू रस्तोगी के नेतृत्व में एसओ के शास्त्रीनगर आवास पर छापा मारा गया, जहां ताला लगा मिला। भवन में स्थित पैनल से सीधे तार जोड़कर बिजली का प्रयोग हो रहा था। पिछले तीन साल से एसओ बिजली चोरी कर रहे थे। कंकरखेड़ा बिजली थाने में एसओ के खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज करा दिया है। उनसे डेढ़ लाख रुपये प्रतिवर्ष के हिसाब से तीन साल का करीब साढ़े चार लाख रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। उनके घर के बाहर एक एसी भी लगा मिला, जिससे डेढ़ किलोवाट लोड के आधार पर असेसमेंट किया गया है।
बिजली चोरी का मामला इस प्रकरण से अलग
एसएसपी अजय साहनी ने कहा कि फार्म हाउस प्रकरण में एसओ की जांच बैठा दी गई है। छात्र को अवैध हिरासत में रखने पर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया है। बिजली चोरी का प्रकरण विभाग से अलग है। विद्युत निगम अपनी कार्रवाई कर रहा है। पुलिस एसओ की विभागीय जांच भी करा रही है। हालांकि एसओ ने अपना पक्ष रखते हुए फार्म हाउस में अपने ससुर का पैसा लगने की बात कही है। उनके बताए गए तथ्यों को भी जांच का हिस्सा बनाया जा रहा है।