प्रयागराज की तर्ज पर दौड़ेगा मेरठ का ट्रैफिक, नए सिरे से डिजाइन होंगे चौराहे
आए दिन जाम के झाम में मुसीबत झेलने वाले लोगों के लिए यह अछी खबर है। सड़कों पर भार कम कर ट्रैफिक को स्मूथ करने की कवायद शुरू हुई है।
मेरठ । आए दिन जाम के झाम में मुसीबत झेलने वाले लोगों के लिए यह अच्छी खबर है। सड़कों पर भार कम कर ट्रैफिक को स्मूथ करने की कवायद शुरू हुई है। अब शहर का ट्रैफिक भी प्रयागराज और अमृतसर की तर्ज पर दौड़ेगा। अरबन मास ट्रांजिट कंपनी (यूएमटीसी) ने तीन दिवसीय सर्वे प्रारंभ कर दिया। अगले सप्ताह होने वाली पुलिस-प्रशासन की संयुक्त बैठक में जाम की समस्या पर अहम निर्णय लिया जाएगा।
प्रयागराज में रहते हुए एसएसपी नितिन तिवारी ने यूएमटीसी की मदद से वहां ट्रैफिक स्मूथ कराया था। पहले वहां 49 चौराहे थे, जिसके बाद 24 नए बनाए गए। सड़कें चौड़ी की गई। एसएसपी ने यह कंपनी मेरठ बुलाई और ट्रैफिक व्यवस्था सुदृढ़ करने का जिम्मा सौंपा। बुधवार को यूएमटीसी के ट्रांसपोर्ट इंजीनियर मनीष भूटानी टीम के साथ एसपी ट्रैफिक संजीव कुमार बाजपेयी से मिले। उन्होंने टीम को जाम लगने की मुख्य वजह बताई। ट्रांसपोर्ट इंजीनियर ने बताया कि उन्होंने प्रयागराज व अमृतसर में सर्वे किया था। वहां पर चौराहों का नए सिरे डिजाइन करने, सड़कों का चौड़ीकरण, फुटपाथ व रिग रोड आदि कार्य का सर्वे किया। रिपोर्ट के आधार पर वहां कार्य किया गया। रिग रोड का निर्माण अभी चल रहा है। इससे वहां जाम की समस्या से काफी हद तक निजात मिली है। उसी तर्ज पर मेरठ की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारी जाएगी। एक सप्ताह में देगी रिपोर्ट
ट्रांसपोर्ट इंजीनियर ने बताया कि तीन दिन में सर्वे कार्य समाप्त कर एक सप्ताह में वह एसएसपी को रिपोर्ट देंगे। अगले सप्ताह कमीश्नर के साथ पुलिस की बैठक होगी, जिसमें प्रजेंटेशन दिया जाएगा। इसके बाद नगर निगम, एमडीए व अन्य विभागों से धन अर्जित कर कार्य शुरू होगा। ये है जाम की समस्या
-सिटी में रिग रोड नहीं है
-एक भी पासिंग नहीं है
-रोडवेज अड्डे शहर के अंदर हैं
-बेगमपुल से शॉप्रिक्स मॉल तक सिर्फ बसें चलाई जाए
-बस अड्डा व टीपीनगर बाहर होना चाहिए
-आबूलेन के पास मल्टी लेवल पार्किंग हो
-रास्तों से विद्युत पोल व पेड़ हटने चाहिए
-बिजली बंबा बाईपास चौड़ा होना चाहिए
-जुर्रानपुर फाटक पर ओवरब्रिज होना चाहिए इनका देंगे प्रस्ताव
-चौराहे नए सिरे से डिजाइन होने चाहिए
-शहर के बाहर रिग रोड होनी चाहिए
-ओवरब्रिज, पार्किंग व फुटपाथ आदि व्यवस्था होनी चाहिए