स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 : मेरठ कैंट ने नंबर दो पर आकर बढ़ाया गौरव
यह मेरठ के गौरवशाली दिन साबित हुआ। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में मेरठ कैंट को दूसरा स्थान मिला है। देश की सबसे स्वच्छ कैंट में दिल्ली कैंट अव्वल रहा है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Wed, 06 Mar 2019 03:57 PM (IST)Updated: Wed, 06 Mar 2019 03:57 PM (IST)
मेरठ, [विवेक राव]। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में मेरठ कैंट ने मान बढ़ाया है। देश की कुल 62 कैंट में मेरठ कैंट दूसरे नंबर पर रहा है। देश की सबसे स्वच्छ कैंट में दिल्ली कैंट अव्वल रहा है। पिछले साल मेरठ कैंट 62 छावनी में 45 नंबर पर था। भारत के शहरी और कैंट क्षेत्रों में स्वच्छता की स्थिति पर सालाना सर्वेक्षण रिपोर्ट-स्वच्छ सर्वेक्षण जारी की गई।
नागरिक फीड बैक
मेरठ कैंट में 4 जनवरी से 31 जनवरी के बीच स्वच्छ सर्वेक्षण कराया गया। इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य कचरा और खुले में शौच से मुक्त कराने के प्रयास में व्यापक स्तर पर जन भागीदारी सुनिश्चित करना था। लोगों के लिए कैंट को जीने लायक बेहतर स्थान बनाने के प्रति जागरूकता पैदा करना है। सर्वेक्षण के जरिए लोगों को शहरों में साफ-सफाई के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली गई। नागरिक फीड बैक में मेरठ कैंट पहले स्थान पर रहा। इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण में कैंट में ऑनलाइन के माध्यम से डिजिटल सर्वे किया गया।
इनका किया भौतिक सत्यापन
कैंट में सर्वे में कचरा और खुले में शौच,बेस्ट मैनेजमेंट सहित अन्य कई बिंदुओं का टीम ने भौतिक सत्यापन किया। सर्वे में कैंट में नालियों की साफ सफाई,प्लास्टिक कचरा प्रबंधन,निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों के दौरान निकलने वाले कचरे के निपटान आदि को भी देखा गया। इन कार्यों की कड़ी समीक्षा के बाद ही कैंट की रेटिंग हुई।
इनका कहना है
शुरू में सर्वेक्षण के दौरान हम टॉप 10 में शामिल होने के लिए प्रयास कर रहे थे। बाद में टॉप फाइव में आने की संभावना बनने लगी थी। उम्मीद से बेहतर रिजल्ट आया है। इसके लिए छावनी जनता को बधाई। स्वच्छता सर्वेक्षण कुछ समय के लिए नहीं है। यह एक सतत प्रक्रिया है लोगों के सहयोग से इस को आगे बढ़ाया जाएगा और हमारी कोशिश आने वाले समय में पहले नंबर पर आने की रहेगी।
- प्रसाद चव्हाण, सीईओ कैंटबोर्ड मेरठ
नागरिक फीड बैक
मेरठ कैंट में 4 जनवरी से 31 जनवरी के बीच स्वच्छ सर्वेक्षण कराया गया। इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य कचरा और खुले में शौच से मुक्त कराने के प्रयास में व्यापक स्तर पर जन भागीदारी सुनिश्चित करना था। लोगों के लिए कैंट को जीने लायक बेहतर स्थान बनाने के प्रति जागरूकता पैदा करना है। सर्वेक्षण के जरिए लोगों को शहरों में साफ-सफाई के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली गई। नागरिक फीड बैक में मेरठ कैंट पहले स्थान पर रहा। इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण में कैंट में ऑनलाइन के माध्यम से डिजिटल सर्वे किया गया।
इनका किया भौतिक सत्यापन
कैंट में सर्वे में कचरा और खुले में शौच,बेस्ट मैनेजमेंट सहित अन्य कई बिंदुओं का टीम ने भौतिक सत्यापन किया। सर्वे में कैंट में नालियों की साफ सफाई,प्लास्टिक कचरा प्रबंधन,निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों के दौरान निकलने वाले कचरे के निपटान आदि को भी देखा गया। इन कार्यों की कड़ी समीक्षा के बाद ही कैंट की रेटिंग हुई।
इनका कहना है
शुरू में सर्वेक्षण के दौरान हम टॉप 10 में शामिल होने के लिए प्रयास कर रहे थे। बाद में टॉप फाइव में आने की संभावना बनने लगी थी। उम्मीद से बेहतर रिजल्ट आया है। इसके लिए छावनी जनता को बधाई। स्वच्छता सर्वेक्षण कुछ समय के लिए नहीं है। यह एक सतत प्रक्रिया है लोगों के सहयोग से इस को आगे बढ़ाया जाएगा और हमारी कोशिश आने वाले समय में पहले नंबर पर आने की रहेगी।
- प्रसाद चव्हाण, सीईओ कैंटबोर्ड मेरठ
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