मेरठ के कारोबारी ने खरीदा दाऊद का विमान, 72 सीटर जहाज का इस कार्य में करेंगे इस्तेमाल
72 सीटर जहाज सरकार द्वारा की गई नीलामी में कंकरखेड़ा की पुरानी गोविंदपुरी निवासी अमित ढल्ला व दीपक ढल्ला ने यह विमान खरीदा है। खरीदने के बाद पता चला कि कभी यह विमान दाऊद का था।
संजीव तोमर, मेरठ। मेरठ के एक कारोबारी ने अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का 72 सीटर हवाई जहाज खरीदा है। चौंकिए मत, यह हवाई जहाज अब उड़ान नहीं भर सकता न ही इसमें कभी दाऊद ने ही उड़ान भरी है। दरअसल, सरकार की नीलामी में कंकरखेड़ा की पुरानी गोविंदपुरी निवासी अमित ढल्ला व दीपक ढल्ला ने यह विमान खरीदा। खरीदने के बाद पता चला कि कभी यह विमान दाऊद का हुआ करता था।
एयरोनॉटिक्स इंजिनीयरिंग का इंस्टीट्यूट चलाने के लिए खरीदा था विमान
अमित ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि दाऊद इब्राहिम और उनसे जुड़े लोगों ने एक समय एयरोनॉटिक्स इंजिनीयरिंग का इंस्टीट्यूट चलाने के लिए यह डमी विमान खरीदा था, लेकिन इंस्टीट्यूट शुरू होने से पहले ही दाऊद की संपत्ति कुर्क हुई जिसमें यह विमान भी कुर्क किया गया। तभी से यह विमान सरकार के पास था। कुछ दिन पूर्व सरकार ने हवाई जहाज की नीलामी की, जिसमें देशभर से लोगों ने बोली लगाई। बोली हमारे नाम की निकली।
इंजिनीयरिंग की पढ़ाई में आया काम
अमित ढल्ला व दीपक ढल्ला की 178/2 नंदपुरी स्थित प्रभु हेली सर्विस के नाम से फर्म है। अमित की कंपनी टायर कंपनी में इस्तेमाल की जानी वाली ट्रॉली बनाती है। इनकी हापुड़ रोड स्थित अतराड़ा गांव के पास अहारदा एजुकेशन नाम से कॉलेज भी है। अब यह हवाई जहाज उनके कालेज के बाहर खड़ा होगा। यहां के छात्रों की इंजीनियरिंग की पढ़ाई में यह जहाज काम आएगा। छात्रों को हवाई जहाज तकनीकी सिस्टम, क्षमता व उड़ान के बारे में जानकारी दी जाएगी। विमान कितने में खरीदा गया, यह अमित ने बताने से इंकार कर दिया।
कारोबारी का ग्रेटर नोयडा में भी है हेलीपैड
अमित ढल्ला मर्चेंट नेवी में कार्यरत थे। नौकरी से इस्तीफा देने के बाद वह अपने भाई संग कारोबार में जुट गए। अमित बताते हैं कि ग्रेटर नोयडा स्थित खैरपुर गुर्जर गांव के पास प्रभु हेलीपैड प्रा. लि. नाम से कंपनी का निजी हेलीपैड है। यहां पर तीन और पांच सीट वाले दो हेलीकॉप्टर पहले से मौजूद हैं। शादी, चुनाव आदि कार्यक्रमों में यह बुकिंग पर दिए जाते हैं।
पिता की 72 साल पुरानी है दुकान
अमित के पिता प्रभु दयाल की कंकरखेड़ा बाजार में 1972 से घड़ी की दुकान है। पिता और दोनों बेटों का अपना-अपना कारोबार है। वर्षों पुरानी दुकान में सर्विस सेंटर के अलावा रिटेल और थोक की घडिय़ों का भी कारोबार है।