मेरठ : बिजली अधिकारियों के आश्वासन पर समाप्त हुआ भाकियू का धरना, दर्ज किए थे मुकदमे
परतापुर थाने में चल रहा बिजली विभाग के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन का धरना गुरुवार दोपहर बाद समाप्त हो गया। बिजली अधिकारियों ने किसानों के बीच पहुंचकर मुकदमा वापस लेने में देरी होने पर खेद व्यक्त किया। बुधवार शाम से थाना परिसर में धरना था।
मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ में परतापुर थाने में चल रहा बिजली विभाग के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन का धरना गुरुवार दोपहर बाद समाप्त हो गया। बिजली अधिकारियों ने किसानों के बीच पहुंचकर मुकदमा वापस लेने में देरी होने पर खेद व्यक्त किया। बुधवार शाम से भाकियू ने परतापुर थाना परिसर में धरना दे रखा था।
यह था मामला
22 जुलाई को परतापुर थाना क्षेत्र के कंचनपुर घोपला और जैनपुर गांव में बिजली विभाग ने छापेमारी की कार्रवाई करते हुए किसानों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराया था। किसान नेता विजयपाल घोपला का आरोप है कि अधिकारियों के दिए गए आश्वासन पर लगभग 18 दिन बीत जाने के बावजूद मुकदमें में फंसे किसानों को कोई राहत नहीं मिल सकी। बुधवार शाम को विजयपाल घोपला के नेतृत्व में किसानों ने परतापुर थाने में वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। धरने में दीपक घोपला, मदन घोपला व सुभाष घोपला आदि मौजूद रहे। गुरुवार को सीओ ब्रहमपुरी अमित कुमार राय के साथ प्रशासनिक अधिकारी व एसडीओ उद्योगपुरम समेत बिजली विभाग के कई अधिकारी मौके पर परतापुर थाने में किसानों के बीच पहुंचे। अधिकारियों के आश्वासन पर गुरुवार दोपहर साढ़े तीन बजे के बाद धरना समाप्त हुआ।
इनका कहना है
किसानों की असेसमेंट को लेकर आपत्ति है। उन्हें आश्वासन दिया गया है कि अगर वे अपना प्रत्यावेदन देते हैं तो उनके असेसमेंट को चेक कराया जाएगा।
- प्रिंस कुमार गौतम, अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण खंड प्रथम-ग्रामीण।