मेरठ बना देश का पहला अत्याधुनिक ट्रेनिंग सेंटर
सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की दंगा नियंत्रण इकाई रैपिड एक्शन फोर्स को देश के गृह मंत्रालय ने बड़े तोहफे से नवाजा है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मेरठ की 108 बटालियन को आरएएफ एकेडमी ऑफ पब्लिक आर्डर (रेपो) प्रशिक्षण केंद्र की मान्यता दी है।
पंकज तोमर, मेरठ
सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की दंगा नियंत्रण इकाई रैपिड एक्शन फोर्स को देश के गृह मंत्रालय ने बड़े तोहफे से नवाजा है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने मेरठ की 108 बटालियन को आरएएफ एकेडमी ऑफ पब्लिक आर्डर (रेपो) प्रशिक्षण केंद्र की मान्यता दी है। यह देश का पहला इकलौता अत्याधुनिक ट्रेनिंग सेंटर होगा। यहां आरएएफ समेत सात पैरा मिलिट्री फोर्स और विदेशी सेनाओं के प्रतिनिधियों को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
आरएएफ की देश में 15 बटालियन हैं। इनमें मेरठ (108 बटालियन) कई मायनों में सबसे अलग है। 10 नवंबर 2013 को तत्कालीन गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने रेपो सेंटर का उद्घाटन किया था। हालांकि अभी तक इसे मान्यता नहीं मिल पाई थी। 108 बटालियन इसे अभी तक अपने स्टाफ और खर्च से चल रही थी। आरएएफ आइजी अरुण कुमार इसे मान्यता दिलाने के प्रयास में जुटे थे। करीब एक सप्ताह पहले इसे गृह मंत्रालय ने मान्यता दे दी। आरएएफ हेड क्वार्टर मेरठ में इस बाबत लिखित निर्देश भी आ चुके हैं। गृहमंत्रालय की मान्यता के बाद अब यह देश का अत्याधुनिक ट्रेनिंग सेंटर होगा। यहां पर ट्रेनिंग के प्रारूप में भी बदलाव प्रस्तावित है। विशेष तरीकों से जवानों को प्रशिक्षित किया जाएगा। वर्कशॉप और कोर्स में भी वृद्धि होगी। पूरे देश से चुने जाएंगे प्रशिक्षक
यहां पर पूरे देश के जाने-माने प्रशिक्षकों को नियुक्त किया जाएगा। ये प्रशिक्षक मानवाधिकार के अलावा आपदा प्रबंधन व भीड़ प्रबंधन समेत तमाम विशेष प्रशिक्षण देंगे। अत्याधुनिक हथियारों के प्रशिक्षण के साथ ही यहां पर विशेष प्रयोगशाला का भी निर्माण किया जाएगा। कोबरा कमांडों के लिए भी यहां विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। प्रशिक्षण का अभ्यास भी होगा और उसका आंकलन भी। इनकी होगी नियुक्ति
डीआइजी : एक
कमांडेंट : एक
डिप्टी कमांडेंट : चार
सहायक कमांडेंट : चार
अन्य कर्मी : 191
कुल स्टाफ : 201
नोट : अभी यह नियुक्तियां प्रस्तावित हैं।
इन्होंने कहा--
सीआरपीएफ व आरएएफ गृहमंत्रालय को इसके लिए धन्यवाद देती है। इससे दंगा नियंत्रण ट्रेनिंग में बड़ा बदलाव होगा।
-शैलेंद्र कुमार, कमांडेंट 108 बटालियन जवानों को उम्दा प्रशिक्षण मिल सके, इसलिए गृह मंत्रालय की यह शानदार पहल है।
-शिल्पा कुमार, डिप्टी कमांडेंट व रेपो प्रभारी यह गर्व के पल हैं। अब जवानों को अधिक सुविधाओं के साथ प्रशिक्षण मिलेगा।
-सोनिया, सहायक कमांडेंट