सुरेंद्र कोली की मेडिकल में गुपचुप हुई एमआरआइ
मेरठ : निठारी कांड के मुख्य आरोपी सुरेंद्र कोली की एमआरआइ जांच के लिए बुधवार को मेडि
मेरठ : निठारी कांड के मुख्य आरोपी सुरेंद्र कोली की एमआरआइ जांच के लिए बुधवार को मेडिकल कालेज लाया गया। रेडियोलॉजी विभाग में चिकित्सकों के एक पैनल ने कोली के दिमाग एवं रीढ़ की हड्डी की एमआरआइ जांच की। उसे गाजियाबाद जेल से मेडिकल कालेज गोपनीय तरीके से लाया गया था।
निठारी कांड का अभियुक्त सुरेंद्र कोली गाजियाबाद जिला जेल में कैद है। सिर एवं रीढ़ में दर्द की शिकायत पर गाजियाबाद जेल प्रशासन के चिकित्सकों ने एमआरआइ जांच के लिए लाला लाजपत राय मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। गाजियाबाद पुलिस दोपहर करीब डेढ़ बजे सुरेंद्र कोली को साथ लेकर मेडिकल कालेज पहुंची। सीएमएस डा. अजीत चौधरी ने उसकी निश्शुल्क जांच के पेपर पर सिग्नेचर किया। रेडियोलोजी विभाग के चिकित्सकों ने विभागाध्यक्ष डा. यास्मीन उस्मानी की अगुआई में कोली के ब्रेन और नीचे वाली रीढ़ की हड्डी की जांच की। वार्ड के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल खड़ा रहा। करीब 20 मिनट बाद उसे गाजियाबाद पुलिस अपने साथ वापस ले गई। इधर, कोली के आने की सूचना पाकर कैंपस में चर्चा तेज हो गई। तमाम लोग उसे देखने के लिए रेडियोलोजी बिल्डिंग पहुंचे, किंतु तब तक वो जा चुका था। इधर, डाक्टरों का पैनल रिपोर्ट की एनालसिस में जुट गया। रिपोर्ट कोर्ट में पेश की जानी है, ऐसे में कल सुबह भी डाक्टरों का एक पैनल कोली की स्पाइन एवं दिमाग की एमआरआइ का बारीकी से विश्लेषण करेगी।
न्यूरो विशेषज्ञ ही नहीं, रिपोर्ट कौन देखे
सुरेंद्र कोली की रीढ़ और दिमाग की जांच की गई, किंतु मेडिकल कालेज में इसकी जांच का कोई विशेषज्ञ ही नहीं। न्यूरो विभाग पूरी तरह बंद हो गया है। आमतौर पर इस प्रकार की एमआरआइ रिपोर्ट न्यूरोसर्जन या न्यूरोफिजीशियन करते हैं। चंद दिनों पहले न्यूरोसर्जन डा. संजय शर्मा ने भी इस्तीफा दे दिया। अब कोली की रिपोर्ट रेडियोलोजिस्ट एवं सीनियर रेजीडेंट डाक्टर बना रहे हैं।