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जल संरक्षण के लिए एमडीए ने उठाया बड़ा कदम, अब शोधित पानी का प्रयोग होगा अनिवार्य Meerut News

एसटीपी से पानी लेना अब अनिवार्य हो जाएगा। जल संरक्षण के लिए एमडीए का यह कदम निश्चित रूप से बड़ा परिवर्तन लाएगा लेकिन इसे अमलीजामा पहनाना भी बड़ी चुनौती होगी।

By Taruna TayalEdited By: Published: Sun, 04 Aug 2019 02:54 PM (IST)Updated: Sun, 04 Aug 2019 02:54 PM (IST)
जल संरक्षण के लिए एमडीए ने उठाया बड़ा कदम, अब शोधित पानी का प्रयोग होगा अनिवार्य Meerut News
जल संरक्षण के लिए एमडीए ने उठाया बड़ा कदम, अब शोधित पानी का प्रयोग होगा अनिवार्य Meerut News
मेरठ, जेएनएन। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से पानी लेना अब अनिवार्य हो जाएगा। इसके दायरे में बिल्डर से लेकर वाहन धुलाई वाले संस्थान तक आएंगे। मानचित्र के लिए आवेदन करते समय भी इसका पानी लेने का शपथ-पत्र देना होगा। जल संरक्षण के लिए एमडीए की ओर से उठाया गया यह कदम निश्चित रूप से बड़ा परिवर्तन लाएगा लेकिन इसे अमलीजामा पहनाने की चुनौती भी बड़ी होगी। यह पानी निश्शुल्क मिलेगा लेकिन बड़ा सवाल यह है कि सबमर्सिबल के जरिए आसानी से पानी का उपयोग करने वाले इस शोधित पानी को लेने के लिए धन और मानव श्रम क्यों खर्च करेंगे? शोधित पानी की गुणवत्ता ठीक होती है, इसलिए इसका उपयोग सिंचाई या निर्माण कार्य आदि में हो सकता है। एमडीए के पास 13 एसटीपी हैं, जिनकी कुल क्षमता 107 एमएलडी है। इनसे जितना भी पानी का शोधन होता है, उसे पुन: नाले में बहा दिया जाता है, लिहाजा इस पानी का कोई सदुपयोग नहीं हो पाता। एसटीपी के रख-रखाव व बिजली बिल पर सालाना करोड़ों रुपये खर्च होते हैं। मतलब, ये सभी एसटीपी महज धन की बर्बादी करा रहे हैं। उपयोग के नाम पर सिर्फ एमडीए के पार्को में सिंचाई के लिए ही इस पानी का प्रयोग किया जाता है।
कहां कितनी क्षमता का एसटीपी
एसटीपी क्षमता (एमएलडी में)
श्रद्धापुरी    15
वेदव्यासपुरी  15
ध्यानचंद नगर  7
सैनिक विहार 6-6 (दो एसटीपी)
पल्लवपुरम फेज-एक 11
पल्लवपुरम फेज-दो    12 एमएलडी
लोहियानगर  10
गंगानगर  10
रक्षापुरम     3
अंसल कालोनी   6
पांडव नगर  3
इन्‍होंने बताया
मैंने हाल ही में सभी एसटीपी का निरीक्षण किया था। शोधन के बाद भी इसके पानी का उपयोग नहीं हो पा रहा है। यह पानी लोगों को निश्शुल्क दिया जाएगा। अब बिल्डरों व वाहनों की धुलाई करने वालों के लिए इसका पानी प्रयोग करना अनिवार्य किया जाएगा। किसानों से संपर्क करके शोधित पानी को सिंचाई के लिए भी दिया जाएगा।
- राजेश कुमार पांडेय, वीसी एमडीए
इनके लिए होगी अनिवार्यता
  • मकान, फ्लैट निर्माण में बिल्डरों को पानी लेना होगा
  • कॉलोनी के पार्को में सिंचाई के लिए
  • वाहन धोने वाले प्लांट
  • मानचित्र आवेदन के समय शपथ पत्र देना होगा

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