सुरक्षा के लिहाज से मेरठ भले ही सवालों के घेरे में रहता है, लेकिन शहर की पॉश कॉलोनी पल्लवपुरम् फेज-वन की तस्वीर कुछ अलग है। यहां सुरक्षा के इंतजाम ठीक हैं। हर आने-जाने वाले पर निगाह होती है। उनका ब्यौरा दर्ज होता है। और तो और यहां वेंडरों के लिए भी पास बनाया जाता है। इस कॉलोनी के ही राकेश कुमार सिंह रेजीडेंस वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।

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64 वर्षीय राकेश सिंह अप्रैल, 2015 से इन सभी व्यवस्थाओं में जुटे हुए हैं। उन्हें इस तरह के काम में मजा आता है। यही वजह है कि 35 साल के बाद भी वे इस तरह के काम से बोर नहीं हुए। वे कहते हैं कि उनकी टीम भी उनका पूरा साथ देती है और लक्ष्य एक के बाद सधता चला जाता है। चूंकि सुरक्षा, सतर्कता उनका पसंदीदा विषय है लिहाजा कॉलोनीवासी को जब भी मदद की जरूरत होती है, समाधान की चाबी राकेश सिंह के पास मिल ही जाती है।

कॉलोनी के काम से वे अधिकारियों से बातचीत में भी निपुण हो चुके हैं। एडीजी से लेकर कप्तान तक, जिससे भी मदद लेनी होती है वे बेझिझक पहुंचते हैं। अपनी बात रखते हैं और समाधान लेकर लौटते हैं। खुद अधिकारी भी राकेश सिंह की सुरक्षा के प्रति सर्तकता देखकर हैरान हैं।

अफसर साथ आए तो और मजबूत बने आरडब्लूए
आरडब्लूए के अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह का कहना है कि कॉलोनी की सुरक्षा को लेकर उन्होंने खूब संघर्ष किया। अब इसका नतीजा सामने आ रहा है। कॉलोनी में स्नेचिंग, चोरी आदि अपराध पुरानी बात हो गई है। उनका कहना है कि यदि पुलिस अफसर या फिर अन्य विभागों के अधिकारी उनके साथ आएं और तालमेल बढ़ाएं तो आरडब्लूए और भी मजबूत हो जाएगा।

राकेश कुमार बताते हैं कि अफसरों की उदासीनता के कारण उनके कई काम अटके पड़े हैं, जिसे वह खुद ही कर रहे हैं। जैसे कॉलोनी में सामान बेचने वालों का आइ-कार्ड संबंधित थाना से बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कई बार प्रयास किया लेकिन जब पुलिस ने नहीं बनाए तो आरडब्लूए ने ही बनाने शुरू कर दिए। ताकि वेंडर्स की आड़ में कोई अपराध न हो। राकेश के पास अब अन्य आरडब्लूए के पदाधिकारी सुरक्षा व्यवस्था आदि के संबंध में सुझाव लेने आते हैं।

अब तक ये किए सराहनीय काम
पल्लवपुरम फेज-वन में राकेश कुमार सिंह ने सहयोगियों के साथ 32 सीसीटीवी कैमरे लगवाए। यहां के बाशिंदों को भी अपने घरों के बाहर कैमरे लगवाने के लिए जागरूक किया। वर्तमान में इस कॉलोनी में कुल सीसीटीवी की संख्या 100 को पार कर गई है। कॉलोनी में सुरक्षा गार्ड तैनात हैं। कॉलोनी में जो भी बाहर से सामान बेचने के लिए आता है, वह बगैर आईकार्ड के अंदर नहीं जा सकता। आरडब्ल्यूए ने करीब 65 कार्ड अधिकृत किए हुए हैं।

नगर निगम के साथ मिलकर कॉलोनी के चौराहों पर 42 एलईडी लाइटें लगनी सुनिश्चित कराई। कॉलोनी में सभी किराएदारों का सत्यापन भी आरडब्लूए के अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ही करते हैं। वर्तमान में 129 किराएदार अलग-अलग मकानों में रह रहे हैं।

ये पॉवर होती तो बदल देता पल्लवपुरम की तस्वीर
राकेश कुमार सिंह बताते हैं कि वह एक आम नागरिक की तरह लोगों की सेवा कर रहे हैं। अफसरों की तरफ से कोई मदद नहीं मिलती है। यदि अफसरों की तरफ से मदद मिलती तो वह पल्लवपुरम की तस्वीर ही बदल देते। जब भी उनकी कॉलोनी के व्यक्ति को किसी भी विभाग से काम पड़ता है, तो वह उनके पास आते हैं। विभाग से काम कराने के लिए उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहीं कारण है कि कॉलोनी के कई काम अभी भी सरकारी मशीनरी की लापरवाही के कारण अटके हुए हैं।

राकेश कुमार सिंह ने कहा कि वर्तमान में सुरक्षा सबसे बड़ी जरूरत है। आए दिन पॉश कालोनियों में आपराधिक घटनाएं होती रहती हैं। ऐसे में सभी को अपनी सुरक्षा करने का अधिकार है। इसके लिए सभी को जागरूक करना, सुरक्षा के लिए सर्तक करना अच्छा लगता है। हमारी कॉलोनी में सुरक्षा को लेकर अब कोई चिंता नहीं है। लोगों में विश्वास भी बढ़ रहा है। युवा पीढ़ी को भी सर्तकता के प्रति जागरूक कर जिम्मेदार नागरिक बनाने का प्रयास जारी है। 

एसबीआई से रिटायर मैनेजर सूर्यप्रकाश गुप्ता का कहना है कि, "हम पल्लवपुरम फेज-वन में काफी समय से रहते हैं। राकेश कुमार सिंह की अगुवाई में आरडब्ल्यूए यहां की सुरक्षा को लेकर निरंतर प्रयत्नशील रहती है। राकेश कुमार सिंह ने तो कई बार इस तरह के सेवाभाव के लिए अपने परिवार का भी विरोध झेला, लेकिन वह कभी पीछे नहीं हटे। राकेश सिंह का काम देखकर खुद भी उनके जैसा बनने की प्रेरणा मिलती है।"

राकेश सिंह 

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By Krishan Kumar