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महापौर ने भी की 50 सफाई कर्मचारियों की सिफारिश, हंगामा होना तय

मेरठ नगर निगम में 200 अतिरिक्त सफाईकर्मियों की नियुक्ति कर दी गई है। इससे खजाने पर भार पड़ रहा है। अब महापौर ने भी 50 लोगों की सिफारिश की है।

By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 06 Nov 2018 11:15 AM (IST)Updated: Tue, 06 Nov 2018 11:15 AM (IST)
महापौर ने भी की 50 सफाई कर्मचारियों की सिफारिश, हंगामा होना तय
महापौर ने भी की 50 सफाई कर्मचारियों की सिफारिश, हंगामा होना तय
मेरठ (जेएनएन)। नगर निगम का खजाना खाली है और 200 अतिरिक्त सफाई कर्मियों की नियुक्ति करके खजाने पर हर महीने 24 लाख रुपये का बोझ डाल दिया गया है। इसे झेल पाने में खजाना असमर्थ है। लिहाजा हंगामा होना तय है। निगम सूत्रों का दावा है कि 200 लोगों की सूची विभिन्न विधायकों, सांसद, भाजपा पदाधिकारियों तथा भाजपा पार्षदों की लिखित सिफारिशों के आधार पर तैयार की गई है। अब नई सूचना यह है कि अतिरिक्त सफाईकर्मियों की संख्या 250 होने जा रही है। महापौर ने भी 50 लोगों की सिफारिश की सूची दी है।
पड़ेगा अतिरिक्त भार
नगर निगम में आने वाले समय में वेतन के लिए सफाई कर्मियों का हंगामा होना तय है। हाल ही में निगम में 200 अतिरिक्त सफाई कर्मियों की तैनाती की गई है। जिनके वेतन के लिए प्रतिमाह 24 लाख रुपये का भार बोर्ड फंड पर पड़ेगा। निगम का खजाना यह भार उठाने में सक्षम नहीं है। ऊपर से यह भी सच है कि इन अतिरिक्त कर्मचारियों को रखने की अनुमति शासन से भी नहीं मिल सकी है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा के पदाधिकारियों, पार्षदों, विधायकों, सांसद समेत तमाम लोगों के दबाव में यह आदेश किये गये हैं।
सिफारिश पर की गई तैयार
200 लोगों की सूची इन सभी जनप्रतिनिधियों की लिखित सिफारिशों के आधार पर ही तैयार की गई है। अब नई सूचना यह है कि अतिरिक्त सफाईकर्मियों की यह संख्या बढ़कर 250 होने वाली है। भाजपा खेमे के दबदबे से नाराज महापौर सुनीता वर्मा ने भी 50 लोगों की सिफारिश की है। सूत्रों का दावा है कि इन 50 लोगों को भी वार्डों में तैनात करके सूची जारी करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इन 50 लोगों की आपूर्ति का कार्य कार्तिकेय एंटरप्राइजेज को सौंपा जा रहा है।
‘इस बारे में कल बताऊंगा’
एजेंसियों द्वारा कर्मचारियों की वार्डों में तैनाती करके जो सूची जारी की गई हैं उसमें नगर आयुक्त के 31 अगस्त के आदेश का हवाला दिया गया है। नगर आयुक्त मनोज चौहान ने देर रात फोन पर बताया कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। मंगलवार को इस संबंध में जानकारी करके ही कुछ बता सकते हैं।
इनका कहना है
हमने सफाईकर्मियों की तैनाती के लिए एक भी नाम की सिफारिश नहीं की है। यह निगम के खजाने पर अतिरिक्त भार है। हम इसके खिलाफ हैं। दीवाली के बाद होने वाली बोर्ड बैठक में इस आदेश को निरस्त कराया जाएगा। भाजपा के जनप्रतिनिधियों और नेताओं ने ये सभी सिफारिशें की हैं। अब वे ही हमारे नाम का भ्रम फैला रहे हैं। इस खेल को खराब किया जाएगा।
-सुनीता वर्मा, महापौर

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