मौलान महमूद मदनी बोले- आल्ट न्यूज के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी भेदभावपूर्ण कार्रवाई
जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने गृहमंत्री को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि आल्ट न्यूज का काम सच्चाई को उजागर करना है। इसके सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर के खिलाफ हुई कार्रवाई को उन्होंने भेदभावपूर्ण बताया।
सहारनपुर, जागरण संवाददाता। जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने गृहमंत्री को पत्र भेजकर आल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी को भेदभावपूर्ण कार्रवाई बताया है।
निष्पक्ष कार्रवाई की मांग
मंगलवार को देवबंद में जारी बयान में मौलाना महमूद मदनी ने बताया कि गृहमंत्री को भेजे पत्र में उन्होंने कहा है कि आल्ट न्यूज का काम सच्चाई को उजागर करना है। मोहम्मद जुबैर के खिलाफ हुई भेदभावपूर्ण कार्रवाई को लेकर वह अपनी शिकायत दर्ज करते हैं। मदनी ने कहा कि नफरत फैलाने वालों को बेनकाब करने वाले मोहम्मद जुबैर जैसे पत्रकारों को व्यवस्थित रूप से परेशान किया जा रहा है। जबकि पैगंबर मोहम्मद साहब का अपमान करने वालों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया। ऐसा लगता है कि पुलिस को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले लोगों को गिरफ्तार करने में कोई दिलचस्पी नहीं है। हम मांग करते हैं कि देश की गरिमा और अखंडता को बनाए रखने के लिए सरकार निष्पक्ष कार्रवाई करे। मालूम हो, जुबैर को धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
देवबंद में प्रशासन करेगा बाहरी लोगों व छात्रों की जांच
सहारनपुर, जागरण संवाददाता। एटीएस व एनआइए की कार्रवाई को लेकर सुर्खियां बटोर रहे देवबंद में अब प्रशासन बाहर से आने वाले छात्रों व अन्य लोगों के दस्तावेजों की जांच में जुटेगा। इसके लिए अधिकारियों ने खुफिया विभाग व पुलिस को निर्देशित किया है।
कई मामले आ चुके हैं सामने
मंगलवार को एसपी देहात सूरज राय ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में देवबंद से फर्जी दस्तावेज, विदेशी अधिनियम और ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले सामने आ चुके हैं। एनआईए व यूपी एटीएस टीमें भी इस संबंध में लगातार छापामारी कर चुकी हैं और कई लोगों को हिरासत में भी लिया जा चुका है। इसी के मद्देनजर अब ओर अधिक सक्रियता बरती जाएगी। उन्होंने बताया कि देवबंद में बाहर से आकर पढ़ाई करने वाले व अन्य कामों के सिलसिले में यहां आने वाले सभी लोगों के दस्तावेजों की गहनता से जांच की जाएगी। यदि जांच में कुछ भी गलत पाया जाता है तो संबंधित के खिलाफ नियामानुसार कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि हाल ही में दीनी तालीम के प्रसिद्ध केंद्र दारुल उलूम सहित अन्य मदरसों ने भी अपने यहां आने वाले छात्रों के दस्तावेजों को जांच के लिए खुफिया विभाग के पास भेजने का निर्णय लिया था।