गणितज्ञ व्यापारी के सूत्रों से चढ़ रहा बिक्री का ग्राफ
नई और सकारात्मक सोच वाले उद्यमियों के लिए कोरोना काल व्यापार के नए आयाम लेकर आया है। आम व्यापारियों ने वैश्विक महामारी के आगे घुटने टेक दिए वहीं कुछ लोगों ने विपरीत परिस्थिति में भी कारोबार की चमक बनाए रखी।
मेरठ, जेएनएन। नई और सकारात्मक सोच वाले उद्यमियों के लिए कोरोना काल व्यापार के नए आयाम लेकर आया है। आम व्यापारियों ने वैश्विक महामारी के आगे घुटने टेक दिए, वहीं कुछ लोगों ने विपरीत परिस्थिति में भी कारोबार की चमक बनाए रखी। न सिर्फ व्यापार को बढ़ाया बल्कि साथ जुड़े कर्मचारियों के परिवारों की आजीविका पर आंच नहीं आने दी। ऐसे ही लोगों में एक हैं 'फैशन एन मोर' रेडीमेड गारमेंट शोरूम के संचालक डा. अनुज सिंघल। कपड़े के शोरूम मालिक और नाम के आगे डाक्टर लगा होना अचरज पैदा करता है। अनुज बताते हैं कि उन्होंने गणित से पीएचडी और कंप्यूटर साइंस में एमटेक किया है। इंजीनियरिग कालेज में वह प्रोफेसर और निदेशक रहे हैं। उनका परिवार कई तरह के व्यापार जुड़ा है इसलिए स्वजन ने कहा कि वह मेरठ आ जाएं और यहीं कुछ व्यापार करें। अक्टूबर 2019 में बहादुर मोटर के पास दिल्ली रोड पर शोरूम का शुभारंभ किया था।
व्यापार के लिहाज से उनका इस बार पहला ग्रीष्म सीजन था। मार्च में कोरोना काल शुरू हो जाने से परीक्षा की घड़ी आ गई। इसका उन्होंने सपनों में भी अंदाजा नहीं लगाया था। लगातार 13 साल शैक्षिक क्षेत्र में नाम कमाने के बाद व्यापार जगत में आने के अपने निर्णय को लेकर वह पशोपेश में भी पड़ गए थे। लाकडाउन के समय में तमाम व्यापारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। डा. अनुज का गणितज्ञ मस्तिष्क इस अचानक खड़ी हो गई मुसीबत से पार पाने की जुगत लड़ाता रहा। उन्होंने गोदाम में पड़े हर रेंज के माल को उनके आयु वर्ग के ग्राहकों के हिसाब से अलग अलग करवा कर उसकी सूची तैयार कराई। अमेरिका, इटली स्पेन और चीन जैसे देशों में महामारी बुरी तरह पांव पसार चुकी थी। वहां के व्यापारियों के अनुभव जाने।
डा. अनुज ने बताया कि लाकडाउन में सरकार के नियमों का पालन करते हुए किसी तरह की आउटडोर एक्टिवटी से परहेज किया। हम आनलाइन व्यापार भी करते तो डिलीवरी के लिए कर्मचारियों को बाहर निकालना ही पड़ता। दुकान खोलने की अनुमति मिली तो उससे पहले ही पूरी योजना के साथ हम तैयार थे। हमने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए सीधे 20 प्रतिशत का डिस्काउंट दिया। उनके शोरूम में शुरूआत से बड़े ब्रांड के वस्त्र रहे हैं। क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की कंपनी ट्रू ब्लू क्षेत्र में सिर्फ उन्हीं के यहां है। वान हुसैन, केल्विन, लिवाइस, एलन शैली जैसे ब्रांड हैं।
दिल्ली रोड पर शोरूम की स्थापना के पीछे मकसद था कि शहर का जो वर्ग दिल्ली और नोएडा खरीदारी के लिए जाता है, उसे मेरठ में ही वही ब्रांड और वैरायटी उचित रेट में उपलब्ध हो। शोरूम तीन मंजिला है। इसे आरंभ हुए अभी छह माह भी नहीं हुए थे। इसलिए पूरी तरह विस्तार नहीं दिया था। कोरोना काल में सुरक्षा की दृष्टि से हमने पुरुष, महिला और बच्चों के लिए जगह को व्यवस्थित किया। काउंटरों की संख्या बढ़ाई, ताकि शारीरिक दूरी बनी रहे। अधिक से अधिक कपड़ों को डिसप्ले पर लगाया, ताकि बिना स्पर्श किए चयन में आसानी हो। 7000 रुपये या उससे अधिक की खरीदारी पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त छूट दी। हमारी प्राथमिकता गर्मी सीजन के सामान को डंप होने से बचाना था। मुनाफे में भी कटौती की। ग्राहकों ने खुद हमारी पब्लिसिटी की। मिले-जुले वस्त्रों का (ग्रीष्म की विदायी और ठंड के आरंभ) का सीजन का हमारा 70 प्रतिशत माल सेल हो चुका है। बिक्री लक्ष्य हासिल हो गया है।
डा. सिघल ने कहा कि वह10 छात्रों को गणित में पीएचडी करा चुके हैं। व्यवसाय के क्षेत्र में वह पूरी प्लानिग के साथ आए हैं। अनावश्यक आनलाइन प्रचार पर माथापच्ची और होम डिलिवरी की वकालत करने की बजाए, ग्राहक का विश्वास सिर्फ दो बातों से जीता जा सकता है। लेटेस्ट फैशन ट्रेंड और शरीर पर फबने वाले मनपसंद कपड़े। दूसरा मुख्य बिदु कीमत की होती है। हमने इसी पर फोकस किया है। कीमत के लिहाज से हम ग्राहकों को आकर्षित करने में सफल रहे। कोरोना काल का उनका प्रयोग काफी हद तक सफल रहा है।