Meerut: आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान घायल मेरठ के अनिल तोमर शहीद, परिजनों में मचा कोहराम
उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी एक जवान शोपियां में हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए। घर पर सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। गांव में शोक की लहर दौड़ गई। दो दिन पहले ही आतंकियों से शोपियां में मुठभेड़ में अनिल गंभीर घायल हो गए थे।
मेरठ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी अनिल कुमार तोमर शनिवार को शोपियां में आतंकियों से मुठभेड़ में घायल हुए थे। जो सोमवार को इलाज के दौरान शहीद हो गए। घर पर सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। गांव में शोक की लहर दौड़ गई। दो दिन पहले ही आतंकियों से शोपियां में मुठभेड़ हुई थी। जिसमें जवान अनिल कुमार तोमर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायल होने के बाद जवानों ने इन्हें अस्पताल में भर्ती करा दिया। जिनकी इलाज के दौरान आज मौत हो गई।
मेरठ के मुण्डली के गांव सिसौली निवासी अनिल कुमार तोमर 40 पुत्र भोपाल दो दिन पूर्व शोपियां में हुए आतंकियों से मुठभेड़ में घायल हो गए थे। जिसके बाद उन्हें श्रीनगर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार सुबह उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। अनिल का पार्थिव शरीर श्रीनगर से गांव में लाया जा रहा है। कल शाम तक शव गांव में पहुंचने की संभावना है। अनिल तोमर पुत्र भोपाल, भारतीय थलसेना की 44 वीं राष्ट्रीय राइफल्स में बतौर घातक प्लाटून हवलदार के पद पर तैनात थे। अनिल तोमर की मूल यूनिट 23 राजपूत थी और अभी 44 वीं राष्ट्रीय राइफल्स में तैनाती के दौरान अनिल तोमर कमान अधिकारी की क्यू आर टी के कमांडर के तौर पर कार्यरत थे।
शनिवार को दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के कनीगाम गांव में आतंकवादियों के छिपे होने की खबर मिलने पर एक कार्डन ऐण्ड सर्च आपरेशन लगाया गया। इसी बीच आतंकवादियो और सैनिको की मुठभेड़ के दौरान हवलदार अनिल कुमार बुरी तरह से जख्मी हो, और तुरंत उनको तुरंत हेलीकाप्टर से श्रीनगर स्थित 92 बेस अस्पताल भेजा गया, जहां उपचार के दौरान उन्होँने आज सुबह आखिरी सांस ली। शहीद हवलदार अनिल तोमर का पार्थिव शरीर कल मेरठ लाया जाएगा, जहां पर पूर्ण राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार होगा।