मार्शल पिच चौराहे की सड़क से हटा कूड़ा, मैदान में लगी झाड़ू
दैनिक जागरण के स्वच्छ मेरठ स्वस्थ मेरठ अभियान के तहत गुरुवार को वार्ड नौ में मार्शल पिच चौराहे से विशेष सफाई प्रारंभ हुई।
दैनिक जागरण के स्वच्छ मेरठ स्वस्थ मेरठ अभियान के तहत गुरुवार को वार्ड नौ में मार्शल पिच चौराहे से विशेष सफाई प्रारंभ हुई। करीब दो घंटे चले अभियान में पांच डम्फर कूड़ा सड़क से हटाया गया। मैदान की सफाई कराई गई। इससे गंदगी से परेशान लोगों को थोड़ी राहत मिली। जेसीबी, डम्फर के साथ पहुंचा अमला मेरठ, जेएनएन। विशेष सफाई अभियान का शुभारंभ मार्शल पिच चौराहे से गुरुवार सुबह 10.30 बजे नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गजेंद्र सिंह ने किया। इस दौरान कंकरखेड़ा जोन के डिपो प्रभारी राजीव चौधरी, सफाई एवं खाद्य निरीक्षक विपिन कुमार और क्षेत्रीय पार्षद पति अनुज शाक्य मौजूद रहे। नगर निगम का अमला जेसीबी और डम्फर के साथ मार्शल पिच चौराहे पर पहुंचा। शांति गार्डन, न्यू गोविंदपुरी में सफाई की गई। चार वार्डो के मुख्य चौराहे के समीप सैकड़ों टन कूड़ा सरकारी जमीन पर डंप किया गया था, जो सड़क तक फैला हुआ था। जेसीबी और डम्फर लगाकर सड़क से कूड़ा हटवाया गया। सड़क के दूसरी तरफ नगर निगम की जमीन पर फैली गंदगी को झाडू लगाकर सफाई कर्मियों ने साफ किया। मार्शल पिच मैदान में दुकान लगाने वालों को प्लास्टिक गिलास न उपयोग करने और दुकान में डस्टबिन रखने की बात कही गई। दो घंटे चले अभियान में सड़क से पांच डम्फर कूड़ा हटाकर लोहिया नगर डंपिंग ग्राउंड भिजवाया गया। चार वार्डो के मुख्य चौराहे के समीप कूड़ा क्यों? स्थानीय लोगों ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गजेंद्र सिंह से कहा कि मार्शल पिच चौराहा वार्ड पांच, नौ, 21 और 23 का मुख्य चौराहा है। इस चौराहे पर दिनभर चहल-पहल रहती है। दुकानें लगती हैं। इसके बावजूद चौराहे से चंद कदम दूर सैकड़ों टन कूड़ा नगर निगम ने डंप क्यों किया? कूड़े की दुर्गध से लोग बीमार पड़ रहे हैं। आबादी के बीच नारकीय हालात बना दिए गए। नगर स्वास्थ्य अधिकारी लोगों के सवालों का जवाब नहीं दे सके। डिपो प्रभारी से कहा कि कूड़ा यहां नहीं डाला जाएगा। निर्देश दिया कि सरकारी जमीन की चहारदीवारी के लिए एक प्रस्ताव भेजा जाए ताकि जमीन को सुरक्षित किया जा सके। ये समस्याएं भी आई सामने -पूरे वार्ड में कहीं भी सीवर लाइन नहीं है। -नालियां टूटी हैं जिससे मार्शल पिच में पानी भर रहा है। -सड़कों की हालत खराब है। जर्जर होने के कारण चलना दूभर है। -स्ट्रीट लाइट बड़ी संख्या में खराब पड़ी हैं। कई गलियां अंधेरे में हैं। -आवारा कुत्तों का आतंक है। रात को लोग घर से निकलने में डरते हैं। -सरकारी जमीनों पर कब्जे हो रहे हैं। खाली प्लाटों में कचरे के ढेर लगे हैं। निगम अधिकारी ने ये किया वादा -मार्शल पिच चौराहे के समीप कूड़ा नहीं डाला जाएगा। -स्ट्रीट लाइट के लिए पथ प्रकाश विभाग को अवगत कराया जाएगा। -आवारा कुत्तों की नसबंदी कराई जाएगी। -सरकारी जमीन के संरक्षण के लिए नगर आयुक्त को पत्र लिखेंगे। -मार्शल पिच के समीप डंप कूड़े का निस्तारण कराया जाएगा। लोगों ने कहा कि आबादी के बीच सैकड़ों टन कूड़ा डंप है। दुर्गध के चलते घरों में रहना मुश्किल हो गया है। नगर निगम यह कूड़ा उठा नहीं रहा है। यह बहुत ही दयनीय स्थिति है। लोभान सिंह, पूर्व प्रधान। मार्शल पिच चौराहे की सड़क पर नगर निगम के वाहन ही कूड़ा फेंक रहे हैं। आज अभियान था सो साफ हो गया। वरना यहां कोई देखने भी नहीं आता। निगम अधिकारियों ने बुरा हाल कर रखा है। संजय कुमार। सड़क, नाली, स्ट्रीट लाइट और सफाई व्यवस्था कुछ भी ठीक नहीं है। वार्ड नौ में गांव से भी बदतर हालात हैं। महापौर और निगम अधिकारी कई बार आ चुके हैं। हर बार सुधार की बात करते हैं लेकिन होता नहीं है। वीर सिंह। दर्जनभर पत्र दिए गए। फिर भी कूड़ा डंप हो रहा है। सरकारी जमीन के संरक्षण के लिए चहारदीवारी बनाने के लिए प्रस्ताव भी दिया था, लेकिन निगम ने कोई गौर नहीं किया। इससे जमीन पर कब्जे भी हो रहे हैं। कूड़ा और जमीन दोनों बड़े मुद्दे हैं। अनुज शाक्य, पार्षद पति। इन्होंने कहा मार्शल पिच चौराहे के समीप कूड़ा नहीं पड़ना चाहिए। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट स्कीम के तहत कूड़ा निस्तारण के लिए यहां पहले ट्रांसफार्मर स्टेशन बनाने का प्लान था। डिपो प्रभारी को आदेश दिया है कि कूड़ा अब यहां न डाला जाए और डंप कूड़ा उठाकर लोहिया नगर डंपिंग ग्राउंड पहुंचाया जाएगा। इसकी मॉनीट¨रग भी करेंगे। डॉ. गजेंद्र सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी