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रैपिड रेल कॉरिडोर के स्टेशन प्वाइंट पर लगने लगे निशान

शहर में रैपिड रेल कॉरिडोर के काम ने रफ्तार पकड़ ली है। गुरुवार को दिल्ली रोड पर एनसीआरटीसी के इंजीनियरों ने स्टेशन प्वाइंट पर निशान लगाए। वहीं पेड़ों की कटाई भी जारी रही।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 03:00 AM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 06:04 AM (IST)
रैपिड रेल कॉरिडोर के स्टेशन प्वाइंट पर लगने लगे निशान

मेरठ, जेएनएन। शहर में रैपिड रेल कॉरिडोर के काम ने रफ्तार पकड़ ली है। गुरुवार को दिल्ली रोड पर एनसीआरटीसी के इंजीनियरों ने स्टेशन प्वाइंट पर निशान लगाए। वहीं, पेड़ों की कटाई भी जारी रही।

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गुरुवार को नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) के इंजीनियरों ने दिल्ली रोड पर परतापुर से लेकर मेवला फ्लाईओवर के बीच स्टेशन प्वाइंट पर निशान लगाए। संजय वन के पास डिवाइडर पर लाल पेंट से ये निशान लगाए गए। रैपिड रेल के प्रथम चरण में पिलर के निर्माण से पहले एनसीआरटीसी के अधिकारी मानचित्र के मुताबिक रैपिड रेल कॉरिडोर को धरातल पर अंकित कर रहे हैं ताकि प्रथम चरण में पिलर निर्माण का कार्य शुरू करने के दौरान किसी भी प्रकार की बाधा से न गुजरना पड़े। इसके अलावा कई टीमें गड्ढे खोदकर गैस व पेयजल पाइप लाइन का सर्वे करने में जुटी रही। टीम के सदस्यों की माने तो अधिकांश जगह सीएनजी गैस व पेयजल वितरण की पाइप लाइन मिल रही है, जिससे पिलर के स्थान चिह्नित स्थानों से आगे-पीछे हो सकते हैं। सर्वे के बाद उन स्थानों को बैरीकेड किया जा रहा है। वहीं, वन निगम की टीम ने सुभाष होटल के पास पेड़ों की कटाई की गई। विद्युत लाइन की वजह से पेड़ काटने में परेशानी आ रही है। इनसेट

परतापुर तिराहे पर अंडरपास का काम तेज

निर्माण कार्य पर रोक के बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम भी युद्धस्तर पर जारी है। गुरुवार को परतापुर तिराहे पर दूसरे अंडरपास का काम तेज गति से किया गया। यहां पर सरिया का जाल डाला जा रहा है। इसके बाद कंक्रीट का स्लैब बिछाया जाएगा। इंजीनियरों की मानें तो यह काम चार से पांच दिन में पूरा हो जाएगा। इसके बाद तीसरे अंडरपास का काम शुरू होगा। ओवरब्रिज के नीचे मिट्टी जांच

उधर परतापुर तिराहे पर दिल्ली रोड के पहले ओवरब्रिज के नीचे समतल की गई मिट्टी की जांच इंजीनियरों ने की। जांच के उपरांत इस पर गिट्टी की परत डाली जाएगी। मिट्टी का दबाव सही पाए जाने पर यह काम शुरू होगा। इंजीनियरों का कहना है दो से तीन दिन में पहले ओवरब्रिज के नीचे काम पूरा करना है। इसके बाद दूसरे ओवरब्रिज पर गार्टर रखने के लिए दिल्ली रोड के एक हिस्से का बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान पहले हिस्से के नीचे से दोनों तरफ के वाहन गुजारे जाएंगे।


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