Coronavirus Lockdown Day 3: पैदल ही तय करना पड़ रहा सैंकड़ों किमी का फासला, राह में दुश्वारियां भी हजार, मदद को उठ रहे हाथ Meerut News
देशभर में लॉकडाउन का असर भी दिख रहा है। कई लोग घंटों पैदल चलकर अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे है। इस सफर में इन्हें दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है।
मेरठ, जेएनएन। Coronavirus Lockdown Day 3 देश में लॉकडाउन के बाद से कई दिहाड़ी मजदूर और गरीब पैसों के अभाव में शहर छोड़कर गांव जाने को मजबूर हैं। बिजनौर के थाना मंडावर निवासी छह श्रमिक पर भी जब तंगी छायी, तो उन्होंने नोएडा छोड़ मेरठ के रास्ते पैदल गांव जाने की ठानी। उन्होंने बताया करीब 160 किमी. की दूरी खाली पेट तय करना उन्हें ताउम्र याद रहेगा। दूसरी ओर शुक्रवार को आगरा से मेरठ होकर पैदल मुजफ्फरनगर जाते युवक भी दिखे। इस तरह कई लोगों अपने अपने गंतव्य की ओर पैदल की चल दिए हैं। हां, रास्ते में इन सभी को काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है।
ठेकेदार ने नहीं किया भुगतान
बिजनौर के मंडावर थाना के भातीर गांव निवासी शिवम, दीपक, पाल सिंह, लालू, मिथुन व गौरव नोएडा के सेक्टर 66 में एक ठेकेदार के पास मजदूरी करते हैं। कोरोना के खौफ के चलते सभी साथी काम छोड़ अपने-अपने गांव लौट गए। काम ठप होने से ठेकेदार उन्हें बिना भुगतान किए साइट छोड़कर दिल्ली भाग गया। दीपक ने बताया ऐसे में उन पर तंगी छा गई। ऐसे में उनके दो साथी मिथुन व गौरव पैदल घर जाने की जिद कर रहे थे, लेकिन पैसों के बिना घर पहुंचना सभी को मुश्किल लग रहा था।
पुलिस की फटकार भी
मजबूर हो वे बुधवार दोपहर पैदल ही चल दिए। वे तय करके निकले थे कि मेरठ में मिलेंगे, जिसके बाद रात 11 बजे दीपक व उसके तीनों साथी भी पैदल निकल पड़े। अलसुबह वे मोदीनगर पहुंचे। जहां एक कार सवार ने उनका हाल जानकर खाने-पीने का कुछ सामान दे दिया। जैसे-तैसे वे मेरठ पहुंचे, लेकिन उनके साथी का फोन न लगने पर वे उनकी तलाश में भटकते रहे। पुलिस की फटकार जगह-जगह मिलने पर वे चारों मंडावर रवाना हो गए।
12 घंटे पैदल चले
वहीं, कोरोना के खौफ से कंपनी बंद हो गई। जो पैसे पास थे वह धीरे-धीरे खत्म हो गए। उधार भी ले लेता तो कब तक काम चलता। घर के लिए निकले, लेकिन बाहर वाहन न चलने से गंतव्य तक पहुंचना नामुमकिन सा लग रहा। 12 घंटे पैदल चलकर नोएडा से मेरठ पहुंचे युवक-युवती ने अपनी मुश्किल बताते हुए, ये बातें कहीं।
पैदल ही जा रहे हैं राजस्थान
कोरोनावायरस की वजह से लॉकडाउन है। जिसके कारण सभी प्रकार का यातायात बंद है। फैक्ट्री और कारखाने भी बंद हो गए हैं। जिनमें काम करने वाले मजदूर अब वाहन ना मिलने की वजह से पैदल ही अपने घरों की ओर रवाना हो चले हैं। इसी कड़ी में सरधना की एक आइसक्रीम बनाने वाली फैक्ट्री में काम करने वाले एक दर्जन से अधिक मजदूर सरधना से पैदल पल्लवपुरम हाईवे पर पहुंचे। पूछने पर मजदूरों ने बताया कि वह राजस्थान के भीलवाड़ा के रहने वाले हैं। काम बंद हो गया है। वाहन न मिलने पर अब पैदल ही जाना पड़ रहा हैं। हालांकि रास्ते में पुलिस ने खाने की व्यवस्था कर दी है।