नामचीन अस्पताल भी मानकों पर खरे नहीं, छापे में मिलीं ये खामियां
मेरठ के कई नामचीन अस्पताल सुरक्षा के मानकों पर आंखें मूंदे बैठे हैं। अग्निशमन विभाग के छापेमारी में इन अस्पतालों में तमाम खामियां उजागर हुई हैं।
मेरठ, जेएनएन। शहर के नामचीन अस्पताल भी अग्निशमन विभाग के मानकों पर खरा नहीं उतर रहे हैं। ऐसे में कहा सकता है कि इन अस्पतालों में इलाज करा रहे मरीजों पर खतरा मंडरा रहा है। कई बार प्रशासन के चेताने के बावजूद इन अस्पतालों की नींद नहीं टूट रही है और ये अस्पताल सुरक्षा के मानक पूरा नहीं कर रहे हैं।
मिलीं तमाम खामियां
बुधवार को हुई छापामारी में कई अस्पतालों में तमाम खामियां मिलीं। एक अस्पताल के पास तो लाइसेंस तक नहीं है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी ने निर्देश दिए कि मानक पूरे नहीं करने वाले अस्पताल संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। ज्यादातर सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में आग से निपटने के कोई इंतजाम नहीं हैं। बुधवार के अंक में ‘दैनिक जागरण’ ने ‘दिल्ली से जुदा नहीं हालात, आग के मुहाने पर हैं मंडल के 248 अस्पताल’ नामक शीर्षक से समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद अधिकारी हरकत में आए और छापामारी की गई।
आग से निपटने के उपाय नहीं
सीएफओ अजय कुमार शर्मा के नेतृत्व में टीम ने गढ़ रोड स्थित न्यूटिमा अस्पताल, आनंद अस्पताल, कैपिटल हॉस्पिटल व अजरुन हॉस्पिटल में छापा मारा। इन अस्पतालों में आग से निपटने के संपूर्ण उपाय नहीं हैं। मानक भी पूरे नहीं किए गए हैं। सीएफओ ने बताया कि अजरुन अस्पताल के पास तो लाइसेंस ही नहीं मिला। सभी अस्पताल संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अग्निशमन के सभी मानकों को पूरा करें। इस संबंध में वह सीएमओ को भी पत्र व्यवहार करेंगे। यदि किसी अस्पताल में लापरवाही पाई गई तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।